मानसून सत्र: मुख्यमंत्री के जवाब पर विपक्ष का वॉकआउट

उज्जवल हिमाचल। शिमला

विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को 67 स्थगन प्रस्ताव की चर्चा पर जवाब देने के लिए इजाज़त दी। लेकिन विपक्ष फिर कल वाले चार सदस्यों को बोलने की मांग पर अड़ गया और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्ष ने मांग उठाई की विपक्ष के 4 सदस्यों को 5-5 मिनट बोलने का मौका दे। विपक्ष की नारेबाजी के बीच विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने मुख्यमंत्री को चर्चा का जवाब देने की इजाज़त दे दी। मुख्यमंत्री बोलने के लिए खड़े हुए तो नाराज विपक्ष के सभी सदस्य स्पीकर की वेल में आकर नारेबाज़ी करने लगे। सत्ता की तरफ से मुख्यमंत्री बोलते रहे जबकि विपक्ष की नारेबाजी जारी रही। यहां तक की विपक्ष के सदस्य वेल में बैठकर नारेबाजी करने लगे। सदस्य पीपीई किट घोटाले, सरकार की तानाशाही, हो गया जय राम तेरा काम कुर्सी छोड़ो करो आराम, कोरोना काल में घपले जैसे नारे लगाते रहे। मुख्यमंत्री ने अपना जवाब पूरा किया और विपक्ष को प्रस्ताव वापस लेने की बात की। इसी नाराजग़ी में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया ओर नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।