नशा मुक्ति केंद्र खोलने का ग्रामीणों ने किया विरोध

एस के शर्मा। हमीरपुर

उपमंडल बड़सर के तहत आने वाले पीएचसी चकमोह में नशा मुक्ति केंद्र खोलने की मुहीम शुरू होने से पहले ही विरोध में आ गई है। चकमोह पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने पीएचसी के लिए बनाए गए भवन में नशा मुक्ति केंद्र खोलने का पूरजोर विरोध किया है। नशा मुक्ति केंद्र को पीएचसी चकमोह के भवन की जगह अन्य स्थान पर खोले की गुहार लगाते हुए ग्रामीणों ने उपमंडल अधिकारी बड़सर, बीएमओ बड़सर, जिला उपायुक्त हमीरपुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर व स्वास्थ्य मंत्री को एक पत्र भी भेजा है। हालांकि ग्रामीणों के विरोध के चलते बीएमओ बड़सर व उपमंडल अधिकारी ने भी इसकी सुचना आलाधिकारियों को भेजी है और इसपर अंतिम निर्णय लेने की बात भी उपायुक्त पर ही छोड़ी है। वहीं इस संदर्भ में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल एसडीएम बड़सर व बीएमओ बड़सर से भी मिला है।

बताते चलें कि जिला प्रशासन ने क्षेत्र के नशेडिय़ों से नशा छुड़वाने के उदेश्य से ग्राम पंचायत चकमोह स्थित पीएचसी में नशा मुक्ति केंद्र खोलने की योजना पर कार्य कर रहा है। मंदिर न्यास प्रशासन दियोटसिद्ध ने गुंजन एनजीओ धर्मशाला को नशा मुक्ति केंद्र संचालन हेतू पीएचसी चकमोह को दिए गए अधिकांश हिस्सा किराए पर दे दिया है। जिस कारण पीएचसी के संचालन में जगह कह कमी हो गई है। गौर रहे कि बाबा बालक नाथ न्यास के सौजन्य से ग्रामीणों द्वारा दान की भूमि पर पीएचसी भवन का चकमोह में निर्माण करवाया है। अब प्रशासन इस भवन मे पीएचसी के साथ साथ नशा मुक्ति केंद्र खोलने की भी योजना बना रहा है, लेकिन ग्रामीणों को इसकी भनक लगते ही इसके विरोध के सुर उठने शुरू हो गए है। ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने पीएचसी के लिए इस लिए भूमि दान की है, ताकि यहां क्षेत्र की सुविधा के लिए 100 विस्तरों का अस्पताल बनाया जा सकें। लेकिन पीएचसी के भवन में ही नशा मुक्ति केंद्र खोलने से उन्हें जमीन व भवन की कमी सामने आएगी। जिससे उनके सपने को ग्रहण लग सकता है।

ग्रामीणों अमरनाथ शर्मा, हरी कृष्ण, जगदीश चंद, राजेश कुमार, प्ररूषोतम चंद, राम कृष्ण, देश राज, सीताराम, किरण देवी, सपना कुमारी, कांता देवी, पूजा, अंजना कुमारी सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि कि चकमोह में पीएचसी को छोड़कर अन्य किसी स्थान पर नशा केंद्र बनाना चाहिए, ताकि लोगों को पीएचसी से मिलने बाली सुविधाओं से बंचित न होना पड़े। उन्होंने कहा कि पीएचसी चकमोह में लगभग आधा दर्जन पंचायतों के लोग इलाज करवाने के लिए आते हैं। वहीं ग्रामीणों ने पंचायत में प्रस्ताव डालकर पीएचसी में नशा मुक्ति केंद्र न खोलने पर सहमति जताई है। ग्रामीणों ने कहा कि वे इसका कड़ा विरोध करते हैं।

ग्रामीणों व चकमोह पंचायत ने जिलाधीश हमीरपुर व सीएमओ हमीरपुर से पत्र गुहार लगाते हुए पत्र भेजा है कि पीएचसी को नशा मुक्ति केंद्र न बनाया जाए। अगर प्रशासन ने इसके बावजूद भी यहां पर नशा मुक्ति केंद्र खोला गया तो इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन करने से गुरेज नहीं करेगें।

उधर चकमोह पंचायत प्रधान फूलां देवी ने कहा कि पीएचसी चकमोह के भवन मे नशा मुक्ति केंद्र खोलने का सभी ग्रामीणों विरोध जता रहे है। हमारा उदेश्य अस्पताल को 100 बिस्तरों का बनाने का है, यदि चकमोह में नशा मुक्ति केंद्र खोलना है, तो हम उसका सहयोग करेंगे। लेकिन पीएचसी के भवन मे इसे किसी भी कीमत पर नहीं खुलने देगें।
उधर एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार ने बताया कि पीएचसी चकमोह मे नशा मुक्ति केंद्र खोलने का स्थानीय ग्रामीणों विरोध जता रहे है। इस वारे में ग्रामीणों को एक प्रतिनिधि मंडल भी मिला है। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। इस पूरे प्रकरण पर जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह उच्चाधिकारी ही इसके बारे में बता सकतें है।