दियोटसिद्ध मंदिर में बाबा के खजाने पर सेंधमारी की साजिश

मंदिर न्यास में कार्यरत कर्मचारी होंगे ट्रांसफर

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में एक क्लर्क पर सोना चांदी की गड़बड़ी को लेकर मामला उजागर हुआ है। इसी के चलते मंदिर न्यास की कमिश्रर एवं डीसी हमीरपुर ने एक क्लर्क को बीते दिन बर्खास्त कर दिया है। क्लर्क पर आरोप है कि उसने रजिस्टर से छेड़छाड़ कर सोना चांदी के रिकॉर्ड में गड़बड़ी की है। एक मामला 2016 का है। जिसमें ट्रस्ट के लॉकर में एक बंडल में ज्यादा सोना पाया गया है, जबकि उसे रजिस्टर में कम दिखाया गया है। जबकि दूसरा मामला अक्तूबर, 2020 का है। इसमें क्लर्क की ओर से रजिस्टर में छेड़छाड़ कर मौजूदा सोने की मात्रा को कम दर्शाया गया है।

जांच पूरी होने तक डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने उसे निलंबित करने के आदेश किए हैं। यह पहली बार नहीं है कि मंदिर न्यास के किसी कर्मचारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चढ़ावे का 27 ग्राम सोना व 853 ग्राम चांदी लगभग 5 वर्ष तक बाबा के खजाने की सरकारी संदकूडी में बिना किसी राय शुमारी के पड़ा रहा। इस बीच सरकारी संदूकड़ी की पैरवी करने के लिए कई हाकिम आए और गए। बाबाजी के खजाने में होने वाली सेंधमारी सुनियोजित साजिश व षड्यंत्र की किसी को भी भनक नहीं लग सकी।

मिली जानकारी के अनुसार जिस लॉकर में यह सोना व चांदी रखा गया था, उस लॉकर की चाबी कई वर्षो से उसी क्लर्क के पास पड़ी थी। जो वर्षों पहले काउंटिंग की पोस्ट से हटा दिया गया था। दियोटसिद्ध मंदिर न्यास में दो लॉकर सोने चांदी को खरीदे गए हैं। इनमें से एक लॉकर काउटिंग हाल में रखा गया है व दूसरा लॉकर मंदिर कार्यालय में रखा गया है। वहीं, दियोटसिद्ध मंदिर में गड़बड़झाले का मामला उजागर होने के बाद लंबे समय से न्यास में कार्यरत कर्मचारियों को इधर से उधर करने की तैयारी हो गई है।

मंदिर न्यास के अधीन बाबा बालक नाथ डिग्री कॉलेज, संस्कृत कॉलेज, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चकमोह में कार्यरत कर्मचारियों को बाबा बालक नाथ मंदिर में ड्यूटी पर लगाया जाता रहा है। अच्छी खासी सैलरी इन कर्मचारियों को बाबा के खजाने से दी जाती है। जबकि उपायुक्त ने ट्रस्ट की जितनी भी शाखाएं हैं, उनमें कर्मचारियों को इधर से उधर ट्रांसफर करने का ऑर्डर दे दिए हैं। हर वर्ष बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में करोड़ों का चढ़ावा चढ़ता है और बाबाजी के खजाने की अपनी संपत्ति भी 50 से 60 करोड़ रुपए तक है।

उधर, मंदिर न्यास अध्यक्ष एंव एसडीएम बड़सर शशीपाल शर्मा ने बताया कि संबंधित क्लर्क को मंदिर न्यास कमिश्रर डीसी हमीरपुर ने बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास के कर्मचारियों को भी इधर से उधर किया जा रहा है, जिससे की पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपनी ड्यूटी का पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निर्वहन करें।
उधर, दियोटसिद्ध मंदिर न्यास कमिश्रर एवं डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने बताया कि यह मामला वेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि मंदिर न्यास की मर्यादा व श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है। इस मामले की कड़ी जांच के आदेश दिए गए हैं व दोषी किसी भी सूरत में वख्शे नहीं जाएंगे।