कोरोना के बढ़ने लगे मामले, जिला प्रशासन ने तैयार किया प्लान

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

शिमला जिला में कोरोना के फिर से मामले बढ़ने लगे हैं। रोहडू में स्कूल में छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ऐसे में जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है और कोरोना से निपटने के लिए प्लान तैयार कर लिया है, जिसके चलते  टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण ओर कोविड उपयुक्त व्यवहार की पांच स्तरीय रणनीति पर काम करने जा रहे है और सभी एसडीएम को उपायुक्त ने इस पर कार्य करने के निर्देश दिए है। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आदेश जारी कर बताया कि जिला में बढ़ते कोविड-19 मामलों को ध्यान में रखते हुए नो मास्क, नो सर्विस नीति का सख्ती से पालन करना आवश्यक रहेगा।

उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण करने के लिए फेस कवर या मास्क का उपयोग करने वाले लोगों को ही सार्वजनिक, निजी, परिवहन, ट्रेन, बस व टैक्सी आदि में बैठने की अनुमति होगी। साथ ही अस्पतालों, काॅलेजों व सरकारी कार्यालयों तथा दुकानों आदि में सेवाएं प्राप्त करने वाले लोगों के लिए भी यह नीति लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के उद्देश्य से टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण तथा कोविड उपयुक्त व्यवहार की पांच स्तरीय रणनीति पर लगातार ध्यान केन्द्रित करना होगा।

उन्होंने बताया कि सभी सरकारी ओर निजी कार्यालयों के प्रमुख अपने कार्यालयों में कोविड-19 संबंधित प्रोटोकाॅल के लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को कोविड-19 वैक्सीन प्रमाण पत्र या 72 घंटे से पूर्व की कोविड नकारात्मक आरटीपीसीआर रिपोर्ट को लेकर एडवाइजरी भी जारी की गई है।

आदेश को लागू करने के लिए पुलिस अधीक्षक, संबंधित उपमंडलाधिकारी तथा संबंधित पीआरआई-यूएलबी के प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी रहेगी। यह आदेश जिले के संपूर्ण क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में तत्काल प्रभाव से आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे। आदेशों की उल्घंना करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियमों के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।