जयराम सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर : मनकोटिया

शुभम शर्मा। रक्कड़

पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने हिमाचल प्रदेश में छिड़ी वीजेपी की आपसी सियासी जंग के बारे में चुटकी लेते हुए कहा कि यह सब देखकर ऐसा लगता है कि जो हिमाचल में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है । उसी का यह नतीजा है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जयराम सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और जिस तरह कांगड़ा के विधायकों और संगठनों के बीच आपसी लड़ाई चल रही है।

उससे साफ है कि जब से जयराम सरकार सता में आई है, तब से कांगड़ा की अनदेखी हुई है। मनकोटिया ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सड़कों की हालत भी संताेषजनक नहीं है। वहीं, कोई भी नया काम इस सरकार के द्वारा क्षेत्र में नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी सियासत के सिहांसन पर बैठते हैं, उसका रास्ता कांगड़ा से होकर ही निकलता है, लेकिन जब वीजेपी के लोग सता में आ जाते हैं, तो वे कांगड़ा को भूल जाते हैं और क्षेत्र की अनदेखी करने शुरू कर देते हैं।

उन्होंने कहा कि अब प्रदेश सरकार लगभग सवा दो साल का जो कार्यकाल शेष बचा हुआ है। उसके उपरांत इनको कांगड़ा की अनदेखी का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि न तो ये देहरा को जिला बनाने की बात करते हैं औऱ न ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी के बारे में कुछ कहते हैं। उन्होंने सरकार से देहरा को जिला बनाने की मांग की है। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि देहरा सबसे बड़ी तहसील है और लोगों को अपने कार्य करवाने के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों से आना पड़ता है, जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।