NIILM UNIVERSITY कैथल ने पुस्तक सैकेंडरी एग्रीकल्चर इन इंडिया का किया विमोचन

उज्ज्वल हिमाचल। कांगड़ा

एनआईआईएलएम युनिवर्सिटी कैथल में इंटरनेशनल कॉउसिंल फार रिसर्च एंड ट्रेनिंग के सहयोग से एक दिवसीय मल्टी डिसीप्लनरी अर्न्तराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। डॉ. आरके गुप्ता डीन एकेडमिक ने सभागार में उपस्थित अतिथि समुदाय का अभिवादन किया।

इस कॉन्फ्रेंस में डॉ. प्रदीप कुमार जो कभी डीएवी कॉलेज कांगड़ा में अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष तथा डीएवी पालमपुर में प्रीसींपल रहे तथा जो वर्तमान में एनआईआई एलएम युनिवर्सिटी कैथल में डीन एवं प्रो. के पद पर कार्यरत हैं, की पुस्तक ‘‘सैकेंडरी एग्रीकल्चर इन इंडिया’’ का विमोचन विश्वविद्यालय के चेयरमैन संदीप चहल, वाइसचांसलर प्रो. (डॉ.) शमीम अहमद, मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. बलराज, मुख्य अतिथि डॉ. श्रीनिवास राव कवेति इंटरनेशनल लॉ फर्म, न्यूयार्क यूएस लंदन एंड वैल्स यूके, डॉ. एम अमर सादिक, प्रो. आईपीई मैनेजमैंट स्कूल पैरिस, डॉ. राजेन्द्र कुमार उप्पल प्रिसींपल बीएफसीएमटी भटिंडा (पंजाब), डॉ. नूर नजरनाह बिनती उमरदीन प्रोग्राम कोऑडिनेटर और सीनियर लैक्चरर नीलाई युनिवर्सिटी मलेषिया, डॉ. गैफनी केवती लॉ ऐसोसिएट, डॉ. संदीप सैक्रेटरी, आईसीईआरटी तथा प्रो. (डॉ.) अरूणा आंचल विभागाध्यक्ष षिक्षा विभाग बीएमयू रोहतक ने किया।

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इसी के साथ प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रो. (डॉ.) एसडी चमोला के साथ लिखी यह पुस्तक कृषि संबंधी विषयों पर अनुसंधान हेतु प्राध्यपाकों तथा शोधकर्ताओं के लिए वरदान सिद्ध होगी। इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस प्रोसीडिंग पुस्तक का भी विमोचन किया गया। वाइसचांसलर प्रो. (डॉ.) शमीम अहमद ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस कॉन्फ्रेंस का उद्देष्य शोधकर्ताओं तथा विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकि से अवगत करवाते हुए उन्हे उत्कृष्ठ शोध में सलंग्न करना है।

इस कॉन्फ्रेंस में चार टैक्नीकल सत्र में लगभग 300 प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए । मंच का संचालन डॉ. एकता ने तथा धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. पवन डायरैक्टर रिसर्च ने दिया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ. राजीव, कनविनर विकास दीप कोहली सहित देष-विदेष से आए सभी प्राध्यापक वर्ग तथा सभी विभागों के शोधार्थी तथा विधार्थी उपस्थित रहे।

ब्यूरो रिपोर्ट कांगड़ा

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