सुंदरनगर झील में मिला शव, इलाके में फैली सनसनी

उमेश भारद्वाज। मंडी
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिस पर विश्वास करना किसी के लिए भी संभव नहीं है। जिला कुल्लू से लगभग 100 किलोमीटर दूर मंडी जिला के बीएसएल जलाशय सुंदरनगर में बीते 15 दिनों से लापता चल रहे रोहित शर्मा का शव तैरता हुआ बरामद हुआ है। हैरानी की बात यह है कि लापता रोहित शर्मा के घर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर जलाशय में शव की शिनाख्त परिजनों द्वारा करने से सबके होश उड़ गए।
मामला पिछले दिनों शिव भूमि मणिकर्ण के चोझ गांव में बादल फटने से आई प्रलयकाली बाढ़ से जुड़ा है। पार्वती नदी की बाढ़ में चार लोग बहकर लापता हो गए थे। इनमें से एक अभागा मंडी जिला के सुंदरनगर के कलौहड़ गांव का रहने वाला 22 वर्षीय युवक रोहित शर्मा भी शामिल था। घटना के बाद घर पर बड़ी बहन को पूरी उम्मीद थी कि उसका प्यारा भाई सकुशल घर वापस लौट आएगा। कई दिनों तक उसने मां को भी मणिकर्ण घटना बारे में नहीं बताया।
15 दिन तक परिजन लापता रोहित को तलाशते रहे। घर का इकलौता चिराग लौटा भी तो जीवित नहीं, उसकी पार्थिव देह ही घर पहुंची। यह अचंभित करने वाला है कि मणिकर्ण क्षेत्र से रोहित का शव नदी में बहते-बहते सुंदरनगर की झील में आ पहुंचा। बुधवार को कुछ लोगों ने बीएसएल झील में एक शव को बहते हुए देखा तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने झील से शव बाहर निकालकर इसे पहचान के लिए रखा। सूचना पाकर रोहित के परिजन भी यहां पहुंचे और मृतक के शव की बाजू पर बने टैटू में उकेरी गई भगवान शिव की तस्वीर से उन्होंने इसे पहचान लिया। यह उनका लाडला रोहित ही था। वह भगवान शिव का परम उपासक रहा था। उसने अपने एक कान के पीछे भी टैटू खुदवा रखा था। शव की पहचान के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है।
लेकिन रोहित का शव मिलने से अब परिजनों की सारी उम्मीदें टूट चुकी हैं। कुछ साल पहले रोहित के पिता किन्नौर घाटी में हुए एक हादसे में चल बसे। अब रोहित अपनी मां और बड़ी बहन को रोता बिलखता हुआ दुनिया से चला गया है। क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।
  • बाजू और कान के पीछे बने टैटू से हुई पहचान, तीन अभी भी लापता…. 
मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर के कलौहड़ निवासी रोहित के परिजनों ने शव की बाजू और कान के पीछे बने टैटू के आधार पर शिनाख्त की है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि यह शव रोहित का ही है। क्योंकि रोहित ने ही अपनी बाजू पर भगवान शिव और कान के पीछे टैटू बनाया था। वहीं, रोहित के साथ तीन अन्य लोग भी लापता बताए गए हैं, जिनका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है।
  • कैंपिंग साईट चलाकर कर रहा था परिवार का पालन पोषण…..
रोहित अपने परिवार का इकलौता सहारा था और कुल्लू जिला के चोझ गांव के पास कैंपिंग साईट चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। रोहित के पिता की वर्ष 2005 में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। रोहित की मां मिड-डे-मील वर्कर है और घर में एक बड़ी बहन भी है।
  • पुलिस करवा रही मृतक के डीएनए की जांच….. 
मामले को लेकर एएसपी मंडी आशीष शर्मा ने कहा कि परिजनों ने शव की शिनाख्त भले ही कर ली है, लेकिन हर बात को पुख्ता करने के लिए डीएनए करवाया जाएगा। उसके बाद ही कहा जा सकेगा कि शव किसका है। अभी शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम और डीएनए की रिपोर्ट आने के बाद मामले को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी।