जल्द इंसाफ न मिलने पर परिवार के सदस्यों ने दी धरने पर बैठने की चेतावनी

भूषण शर्मा। नूरपुर

हिमाचल मानव अधिकार लोक बॉडी दर्शन लाल के घर पहुंची, जिनकी पत्नी सुष्मिताकर 23 वर्ष 28 जुलाई 2020 को नूरपुर सिविल अस्पताल में डॉक्टर व नर्सों की लापरवाही के कारण मृत्यु हो गई थी, परंतु अभी तक पुलिस द्वारा कोई भी कार्रवाई ना की गई है, तथा ना ही मामला दर्ज किया गया है। तीन अगस्त 2020 को हिमाचल मानवाधिकार लोक बॉडी के अध्यक्ष एवं मुख्य सलाहकार उदय पठानिया ने थाने में जाकर जब केस के बारे में जानकारी लेनी चाही, तो पुलिस ने बताया कि उन्होंने मामला मुख्य चिकित्सक अधिकारी धर्मशाला को भेज दिया है। जब सीएमओ से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि हमारे पास पुलिस द्वारा कोई भी मामला ना भेजा गया है। प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को उलझाया जा रहा है।

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दर्शन लाल ने दुखी मन से कहा कि हमें इंसाफ चाहिए और दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए। अगर जल्द दोषियों पर कार्यवाही नहीं हुई तो में अपने दोनों छोटे बच्चों सहित नूरपुर अस्पताल में धरने पर बैठ जाऊंगा। लोक बॉडी के अध्यक्ष राजेश पठानिया ने कहा कि हम लोग पीड़ित परिवार के साथ हैं। अगर प्रशासन द्वारा जल्द कोई कार्यवाही न की गई तो वह पीड़ित परिवार के साथ मिलकर नूरपुर अस्पताल में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। पीड़ितों ने कोई उचित कार्रवाई न होती देख मुख्यमंत्री सेवा संकल्प में आज पुनः अपनी शिकायत दर्ज करवाई और न्याय की गुहार लगाई।