टीईटी (TET) की वैधता आजीवन सुनिश्चित करने की मांग

एसके शर्मा । हमीरपुर

प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने टीईटी के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 24 मई , 2021 से शुरू करने की अधिसूचना तो कर दी है मगर इस बार आयोजित होने वाले शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की वैधता आजीवन करने हेतु एनसीटीई के निर्णय को लागू करने की अधिसूचना को अमलीजामा पहनाया है या नहीं, यह अधिसूचना में वर्णित नहीं है । प्रदेश के हजारों बेरोजगार और सेवारत शिक्षकों के भविष्य के मद्देनजऱ टीईटी की आजीवन वैधता का एनसीटीई का 29 सितंबर, 2020 का निर्णय लागू करना आवश्यक है । यह अपील प्रदेश शिक्षा विभाग से हिप्र राजकीय टीजीटी कला संघ हमीरपुर अध्यक्ष विजय हीर ने प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग से की है ।

नैट और सैट की तजऱ् पर टीईटी की मान्यता भी आजीवन करने हेतु एनसीटीई का निर्णय 13 अक्तूबर, 2020 की तिथि के बाद पूरी देश में लागू किया जाना है यानि अब जो टीईटी आयोजित होगा, उसकी मान्यता आजीवन होगी मगर शिक्षा बोर्ड व शिक्षा विभाग ने इस बारे में अधिसूचना जारी नहीं की है और इस कारण अनेक लोग निराश हैं । जिन शिक्षकों की टीईटी की सात वर्षीय वैधता इस निर्णय के बाद समाप्त होगी , उनके प्रति कोई स्पष्ट निर्देश जारी नहीं हुए हैं क्योंकि एनसीटीई ने इसके लिए विधिक परामर्श मांगा है ।

शिक्षक भर्ती न्यूनतम अंकों की शर्त हेतु स्नातक या स्नातकोत्तर में 45 प्रतिशत अंक मान्य करने का मामला भी जुलाई, 2020 से कैबिनेट में अप्रूवल हेतु लटका है और उस निर्णय से प्रदेश के हजारों सेवारत शिक्षक और बेरोजगार लाभान्वित होंगे । इसके अलावा वर्ष 2002 के एनसीटीई रेगुलेशन के दायरे में स्नातक और स्नातकोत्तर हुए शिक्षकों को स्नातक या स्नातकोत्तर में न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक होने पर भी स्कूलों में नियुक्ति का अवसर एनसीटीई विनिमय 2014 के तहत देय है जिसे लागू करने हेतु भर्ती पदोन्नति नियम संशोधित करने होंगे जिसका निर्णय पिछली कैबिनेट में भी लंबित रह गया । इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति के स्नातक में 45 प्रतिशत हैं तो उसके स्नातकोत्तर में 50 प्रतिशत होने पर भी शिक्षक नियुक्ति के लिए अवसर मिल सकता है और कैबिनेट से टीजीटी के नए भर्ती पदोन्नति नियम अधिसूचित करने की अपील हीर ने प्रदेश सरकार से की है ।