कांगड़ा में भी डेंगू ने दी दस्‍तक, इंदौरा व नूरपुर में दो मामले

उज्जवल हिमाचल। इंदौरा

पंजाब में पिछले कुछ समय से फैले डेंगू ने जिला कांगड़ा में भी दस्तक दे दी है। जिला में दो मामले सामने आए हैं। एक इंदौरा क्षेत्र का है व दूसरा नूरपुर का बताया जा रहा है। पीड़ित लोगों के सैंपलों की जांच डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में हुई है। मंगलवार को टांडा में डेंगू की जांच के लिए सात सैंपल आए थे और दो में लक्षण पाए गए हैं। डेंगू के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इंदौरा क्षेत्र में लोग डेंगू से ज्यादा डरे हुए हैं। इसका कारण यह है कि इंदौरा के अधिकतर लोग हर रोज पठानकोट की ओर जाते हैं।

पठानकोट में इस समय डेंगू के एक हजार के करीब मरीज हैं। पठानकोट के लगभग सभी निजी अस्पताल इस समय डेंगू मरीजों से भरे हैं। हालात यह हैं कि एक-एक बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज हो रहा है। इंदौरा क्षेत्र के लोग बीमार होते हैं, तो अधिकतर पठानकोट का ही रुख करते हैं। इन दिनों इंदौरा के लोग बुखार से भी काफी प्रभावित हैं, लेकिन पठानकोट में जांच होने के कारण वे कांगड़ा के रिकार्ड में नहीं आते हैं। यहां के लोग पठानकोट में जांच करवाने के लिए इसलिए मजबूर हैं, क्योंकि यदि किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण पाए जाते हैं, तो उन्हें होमोग्लोबिन टेस्ट करवाने के लिए टांडा मेडिकल कालेज ही आना पड़ता है। नूरपुर में अभी यह सुविधा नहीं है। ऐसे में इन लोगों को पठानकोट ज्यादा नजदीक पड़ता है। उधर, टांडा मेडिकल कालेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मोहन ने बताया मंगलवार को डेंगू की जांच के लिए सैंपल आए थे और दो लोगों में लक्षण पाए गए हैं।

डेंगू के लक्षण
सिर दर्द
जी मचलाना
उल्टी होना
मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना
आंखों के पीछे दर्द होना
मांसपेशियों में सूजन
त्वचा पर लाल चकते .

क्या करें
बर्तनों को ढककर रखें
मच्छरदानी में ही सोएं
एडीज मच्छर दिन में काटता है। पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनें
डेंगू बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
मच्छरों से बचाव के लिए खिड़की व दरवाजों पर जाली लगाएं।

क्या न करें
घर के आसपास, कूलर एवं बर्तनों में पानी जमा न होने दें
बुखार को नजरअंदाज न करें
शाम को दरवाजे एवं खिड़की खुला करके न रखें
कबाड़ की वस्तुओं को घर में न रखें।