किसान बिल से धन्नासेठ होंगे मालामाल बढ़ेगी काली मार्केट : नवनीत सूद

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। कुल्लू

हाल में केंद्र सरकार द्वारा पास किसान अध्यदेशों से धन्नासेठ एवं एग्रीटेक कंपनियां मालामाल होगी और काला बजारी बढ़ेगी। यही नहीं बड़ी कंपनियों के पास किसान बंधुआ मजदूर बनकर रहेगा और मार्केट यार्ड बंद होंगे तथा चंद लोगों की कठपुतली बनकर किसानों को रहना होगा। यह बात किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नवनीत सूद ने यहां प्रेस क्लब में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पहला बिल फार्मर प्रड्यूस ट्रेड एंड कमर्स है, जिससे किसानों को लेकर कोई नई बात नहीं कही गई है, बल्कि जो वर्तमान में सुविधाएं मिल रही है, उन्हीं का गुणगान किया गया है। उन्होंने कहा कि दूसरा बिल एसेंशियल कमोडिटीज एमेंडमेंट बिल है।

  • बड़ी कंपनियों के पास किसान बनकर रहेगा बंधुआ मजदूर
  • मार्किट यार्ड होंगें बंद चंद लोगों की कठपुतली बन जाएंगे किसान

यह बिल कलाबाजरी रोकने के लिए बनाया गया था, लेकिन इसके संशोधन के बाद जो नए कानून लाए गए हैं, वो काला बाजारी को बढ़ावा देंगे। इससे किसानों के साथ-साथ आम जनता को भी मंहगाई का दंश झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लाला लावी जितना चाहे अनाज का भंडारण कर सकती है, जिसकी वजह से मंहगाई अनियन्त्रित हो जाएगी। लाला लॉबी अपनी सुविधा व मार्केट के हिसाब से उत्पाद बेचेगी। उन्होंने कहा कि तीसरा बिल तो किसानों को कंपनियों के पास बंधुआ मजदूर ही बना देगा। यह बिल फार्मर एम्पोवेर्मेंट एन्ड प्रोटेक्शन एग्रीमेंट आफ प्राइज है।

इसके तहत कंपनियां किसानों की जमीने कॉन्ट्रेक्ट पर लेगी और किसान से ही काम करवाएगी। किसान को कंपनी के अनुसार ही खेती करनी पड़ेगी। इस तरह किसान कंपनी की कठपुतली बनकर रह जाएगा। इन बिलों से किसानों को कोई फायदा नहीं है और उल्टे ईस्ट इंडिया कंपनी जैसा समय फिर आ रहा है। उन्होंने कहा कि इन कानूनों से किसानों का कोई भला नहीं हो रहा है।

उल्टा चंद उद्योग पतियों की जेबें भरने के लिए देश के अन्न दाताओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयोग यह सरकार पहले भी बिहार में कर चुकी है और वहां पर यह व्यवस्था औंधे मुंह गिरी है। वहां के किसान अब अपने उत्पाद बेचने के लिए पंजाब व हरियाणा का रुख करते हैं।