सड़क पर बहता गंदा पानी बना जी का जंजाल, सड़क से लुढ़का टैंपाें

पीडब्ल्यूडी विभाग, पंचायत व प्रशासन के पास भी नहीं कोई हल

एसके शर्मा। हमीरपुर

उपमंडल बड़सर के क्षेत्रों में सडक़ों पर लगे पेवर ब्लाक्स पर गाड़ियां सरपट भाग रही हैं, लेकिन अब इन सड़काें पर ठहरता गंदा पानी वाहन चालकों के साथ-साथ आम लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। घरों का गंदा व बारिश का पानी सड़काें पर बह रहा है। सड़काें में पानी की निकासी न होने के कारण जब पानी इन ब्लाक्स पर ठहरता है, तो फिसलन के कारण दो पहिया वाहनों के साथ ही चार पहिया वाहन भी स्किड होकर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बिझड़ी से घोड़ी-धबीरी सड़क पर देखने को मिला है।

बिझड़ी पंचायत घर के साथ ही घरों से निकलने वाला गंदा पानी अकसर खड़ा रहता है। मंगलवार दोपहर को एक चार पहिया टैंपाें अचानक फिसलन पर घूम गया और सड़क के नीचे लुढ़क गया। हालांकि गऩीमत यह रही कि टैंपाें नीचे गिरने से बच गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। सवाल ये भी है कि ब्लॉक हेडक्वार्टर की पंचायत में स्वच्छता अभियान के बाद भी सड़काें पर गंदा पानी क्यों बह रहा है। चालक का साफ कहना था कि सड़क पर खड़े गंदे पानी की वजह से फिसलन थी, जिससे सामने जा रही गाड़ी अचानक दूसरी तरफ मुड़ने के बाद सड़क से नीचे लुढ़क गई।

इसके अलावा स्थानीय लोगों ने कहा कि इस स्थान पर गंदे पानी की वजह से लगभग हर रोज़ हादसे हो रहे हैं। पीडब्ल्यूडी व प्रशासन के पास कई बार मामला उठाया जा चुका है, लेकिन पानी निकासी को लेकर लोगों में ही आपसी सहमति नहीं बन पाती है। स्थानीय लोगों के साथ साथ वाहन चालकों ने कहा कि प्रशासन को इस स्थान पर दुर्घटना रोकने के लिए कड़े क़दम उठाने चाहिए, नहीं तो कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।

उधर लोक निर्माण विभाग बड़सर एसडीओ अनिल शर्मा ने बताया कि विभाग समस्या के समाधान के लिए कई बार लोगों से मिल चुका है, लेकिन अडिय़लपन के कारण पानी निकासी नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक गंदे पानी का सवाल है ये पंचायत का मामला है, उसे सडक़ों पर गंदा पानी छोड़ने वालों को जुर्माना करना चाहिए।