काेराेना काल में दाे गज की दूरी है जरूरी : पीएम माेदी

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग मुद्दों पर अपनी बात रखते हैं और देश की जनता से रू-ब-रू होते हैं। इस रेडियो कार्यक्रम को ऑल इंडिया रेडियो, डीडी और नरेंद्र मोदी मोबाइल एप्प पर सुना जा सकेगा। मन की बात कार्यक्रम आकाशवाणी पर अलग-अलग भाषाओं में प्रसारित होगा। हिंदी प्रसारण के ठीक बाद अन्य भाषाओं में इस कार्यक्रम का प्रसारण होगा। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की अपील की।

मन की बात कार्यक्र में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के समय में दो गज की दूरी बनाए रखना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में पूरी दुनिया अनेक परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है। आज, जब दो गज की दूरी एक अनिवार्य जरूरत बन गई है, तो इसी संकट काल ने, परिवारों के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने का काम भी किया है। हमें, जरूर एहसास हुआ होगा कि हमारे पूर्वजों ने जो विधायें बनाई थीं, वो आज भी कितनी महत्वपूर्ण हैं और जब नहीं होती हैं तो कितनी कमी महसूस होती है। पिछले महीने मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने लोकल के लिए वोकल बनने की अपील की थी।

खासकर खिलौना निर्माण में भारतीय लोगों को आगे आने की अपील की थी। पिछले मन की बात में प्रधानमंत्री ने कहा था कि हमारे देश में लोकल खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं, जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैं। भारत के कुछ क्षेत्र टॉय क्लस्टर यानी खिलौनों के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री 7 लाख करोड़ से भी अधिक की है।

7 लाख करोड़ रुपए का इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है, जिस राष्ट्र के पास इतने विरासत हो, परंपरा हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में किसानों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि ऋगवेद में मंत्र है- अन्नानां पतये नमः, क्षेत्राणाम पतये नमः अर्थात अन्नदाता को नमन है। किसान को नमन है, किसानों ने कोरोना जैसे कठिन समय में अपनी ताकत को साबित किया है। हमारे देश में इस बार खरीफ की फसल की बुआई पिछले साल के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा हुई है।