जिला में 966 चिकित्सक तथा हेल्थ वर्कर्स कोरोना को दे चुके हैं मात

टीकाकरण से लेकर कोविड वार्ड्स में तत्परता से दे रहे हैं डयूटी

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों तथा हेल्थ केयर वर्क्स को यूंही ही कोरोना वारियर्स नहीं कहा जाता है। कांगड़ा जिला में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों सहित 966 कर्मचारी कोरोना की जंग जीत चुके हैं और कोविड से निपटने के लिए फिर से ये वारियर्स अपनी सेवाएं दिन रात तत्परता के साथ दे रहे हैं। कोविड सेवाएं प्रदान करते हुए कई चिकित्सक तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संक्रमित भी हुए हैं, संक्रमण से ठीक होने के बाद भी अपनी सुचारू सेवाएं टीकाकरण से लेकर कोविड संक्रमितों के उपचार तक बाखूबी निभा रहे हैं।

प्रदेश के सबसे बड़ा जिला कांगड़ा में 483 के करीब हेल्थ केयर वर्कर, 351 चिकित्सक जिसमें एलोपेथिक डाक्टर 340 तथा आयुर्वेदिक चिकित्सक 11, पैरामेडिकल स्टाफ 132 कर्मचारी कोविड संक्रमण की चपेट में अब तक आ चुके है। यह सभी कोरोना जंग जीतने के बाद फिर से अपनी अपनी डयूटियों पर तैनात होकर कोविड संक्रमितों की सेवा में जुट गए हैं। सीएमओ डा गुरदर्शन ने बताया कि कोविड वार्डस में डयूटी से लेकर टीकाकरण तक के कार्यक्रम में चिकित्सकों सहित पैरामेडिकल स्टाफ, हेल्थ केयर वर्कर्स अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं तथा इस दौरान कई बार कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना रहता है। बाबजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों सहित पैरामेडिकल स्टाफ ने कोविड से निपटने के लिए तथा कोरोना संक्रमितों के बेहतर उपचार के लिए कोई कमी नहीं रखी है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गुरदर्शन गुप्तक ने कहा कि कांगड़ा जिला में होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमितों तक आशा वर्क्स के माध्यम से दवाइयां तथा आवश्यक उपकरण पहुंचाने की व्यवस्था की गई है, ताकि कोरोना संक्रमितों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमितों के हेल्थ पैरामीटर पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला प्रशासन द्वारा कांगड़ा केयर पोर्टल भी आरंभ किया गया है, जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से कोरोना संक्रमितों की टेली काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है, इसके साथ ही जुकाम, खांसी इत्यादि लक्षणों वाले नागरिकों को कोविड टेस्ट करवाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है, ताकि कोविड संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।