हार को जीत में बदलने के लिए ट्रंप की मांग, ऑडियो वायरल

जॉर्जिया के शीर्ष चुनाव अधिकारी को फोन कर परिणाम बदलने के लिए डाला दबाव

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक ऑडियो मीडिया में खूब वायरल हो रहा है जिसमें वो अपनी जीत के लिए वोट कों बदलने की मांग करते हुए सुनाई दे रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में वोटो की गिनती के दौरान खुद को हारता हुआ देख जॉर्जिया के शीर्ष चुनाव अधिकारी को फोन करके परिणाम बदलने के लिए दबाव डालते दिखे। फोन पर हुई बातचीत में ट्रंप ने चुनाव अधिकारी से कहा कि वह इस दक्षिणी राज्य में उनकी हार को जीत में बदलने के लिए पर्याप्त वोटों की तलाश करें नहीं तो उन्हें एक बड़े जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप के इस वीडियो के लीक होने से अमेरिकी राजनीति में उथल-पुथल मच गई है।

लीक हुई ऑडियो टेप में ट्रंप कह रहे हैं, जॉर्जिया के लोग गुस्से में हैं, देश के लोग गुस्से में हैं। अमेरिकी मीडिया द्वारा शेयर किए जा रहे टेप में ट्रंप कह रहे हैं, ऐसा करने में कुछ भी गलत नहीं हैं, आप सिर्फ दोबारा गणना करेंगे। ऑडियो क्लिप में बार-बार ट्रंप रिपब्लिक नेता रफेनस्पेर्ग से कहते दिख रहे है, मैं बस यही चाहता हूं कि आप ऐसा करिए। मुझे केवल 11,780 वोटों की तलाश है, यह जो हमारे पास है, वो एक से ज्यादा है।अमेरिकी कांग्रेस में ट्रंप कुछ सहयोगियों ने बाइडन के जीत का औपचारिक प्रमाण पत्र देने के विरोध करने का फैसला किया था। जब ट्रंप ने जॉर्जिया के सेक्रटरी ऑफ स्टेट और रिपब्लिकन नेता ब्राड रफेनस्?पेर्गर को फोन करके ये बातचीत की। इस बातचीत में रफेनस्पेर्गर ने कहा,श्रीमान राष्ट्रपति इसमें जो चुनौती है वो ये है कि आपके पास जो डेटा है वो गलत है। उन्होंने ये भी कहा कि वो सोशल मीडिया की बातों पर भरोसा न करें।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडन ने भारी जीत दर्ज की थी। उन्हें 306 और ट्रंप को 232 वोट मिले थे। जो बाइडन को ट्रंप के मुकाबले 70 लाख ज्यादा वोट मिले थे। जॉर्जिया में तीन बार बैलट की गिनती की गई थी जिसके बाद भी बाइडन की जीत के परिणाम ही सामने आए थे। आखिरी परिणाम मेंजो बाइडन ने 11,779 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। लीक हुई ऑडियो क्लिप में ट्रंप अपनी जीत के लिए चुनाव अधिकारी पर दबाव डालते हुए नजर आ रहे हैं। ट्रंप और रफेनस्पेर्ग ने इस ऑडियो क्लिप पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद अमेरिकी राजनीति में घमासान मच गया है। कई लोग इस फोन को आपराधिक कार्रवाई का नाम भी दे रहे हैं।