कृषि बिल के विरोध में दून कांग्रेस ने निकाली आक्रोश रैली

सुरेंद्र सिंह सोनी। बीबीएन
दून ब्लॉक कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी कुमार की नेतृत्व में केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में बद्दी से नालागढ़ तक ट्रैक्टरों पर आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रैली को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी राम कुमार ने कहा कि किसानों को सशक्त करने के नाम पर किसानों को गुमराह किया गया है, जिसमें कहा गया है किसान भारत की किसी भी मंडी में अपना माल बेच पाएगा जबकि बिल आने से पहले मंडियों को समाप्त कर देने की योजना है।

सरकार ने अंबानी, अडानी व रिलायंस के हाथों किसानों को गिरवी रख दिया है। किसान पहले भी अपना माल बेचने के लिए स्वतंत्र था। कांग्रेस ने किसानों को जो न्यूनतम मूल्य निर्धारित दिया गया तो उसे मोदी सरकार ने समाप्त कर दिया है। पिछले वर्ष मक्की के दाम 22 सौ रुपए कुंतल तक गए लेकिन इस बार मक्की 8 सौ से 12 सौ रुपए तक बिक रही है। चौधरीराम कुमार ने कहा कि दून के किसानों की पंचकूला, रोपढ़, कालका चंडीगढ़ की मंडियों से धान व मक्की की फसल को वापल लौटाया जा रहा है। सरकार ने अपने कुछ चेहेतों को भंडारण करने के लाइसेंस दिए हैं, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इदिरा गांधी ने आपात काल के जरूरी वस्तुओं के भंडारण पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। अगर कोई ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ सीधा एफआईआर दर्ज होती थी लेकिन अब सरकार ने अंबानी, आडानी व रिलायंस को भंडारण करने के लाइसेंस दे दिए है। जिन्होंने शिमला के साथ लगते स्थानों पर अपने वेयरहाउस बना लिए है अब बागवान अपना सेब बाहर न बेच कर इन कंपनियों को बेचने पर मजबूर होगा। देश में खेती में 80 फीसदी लोग जुडे है। दूर संचार को निजी करण कर दिया गया है। रेलवे व एयरपोर्ट को बेचने की तैयार कर दी है। अब किसानों को भी व्यापारियों के हाथों के बेेचने में लगे है, लेकिन देश का किसान आने वाले समय में भाजपा सरकार को इसका सबक सिखाएगा। रेली शुरु होने से सभी कांग्रेसियों राष्ट्र पिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिन पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।