स्थानीय लोगों की एंट्री को लेकर दून कांग्रेस का धरना प्रदर्शन

दून के विधायक स्थानीय लोगों की समस्याएं उठाने में नाकामयाब : राम कुमार

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़ क्षेत्र के पंजाब व हरियाणा की सीमा पर लगे बैरियरों पर स्थानीय लोगों की एंट्री को लेकर दून ब्लॉक कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं दून के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों के साथ आंशिक धरना प्रदर्शन किया व प्रदेश सरकार को चार दिन का समय दिया कि इन बैरियरों पर स्थानीय लोगेां की आई कार्ड के आधार पर एंट्री दी जाए। अगर सरकार स्थानीय लेागाें की समस्या का हल नहीं करती, तो इस आंशिक प्रदर्शन को आमरण-अनशन में परिवर्तित किया जाएगा।

राम कुमार चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में 22 मार्च को लॉकडाउन लागु किया था व करीब एक महीने पहले पूरे भारत के सभी प्रदेशों में लॉकडाउन खुलने के साथ-साथ सीमा पर लगे प्रवेश द्वारों पर बिना किसी पास के प्रवेश हो रहा है, लेकिन हिमाचल एक ऐसा राज्य है, जिसमें प्रदेशवासियों से अपने घर आने के लिए अभी भी बैरियराें पर पास मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से स्थानीय लोगों को खासी परेशानी हो रही है व स्थानीय विधायक 6 महीने वीत जाने के बाद भी लोगों की परेशानी को दूर नहीं कर सके, जब दून कांग्रेस ने धरने की चेतावनी दी, तो आम जनता को गुमराह करने के लिए सोशल मिडिया पर मुख्यमंत्री के साथ एक फोटो वायरल कर दी कि विधायक स्थानीय लेागों की समस्या को उठा रहे हैं।

उसके बाद बीबीएन को नगर निगम बनाने की साजिश रची गई, जिससे सिर्फ आम आदमी पर टैक्सों का ही बोझ पड़ना था। इसका भी दून कांग्रेस ने जमकर विरोध किया व आम आदमी के हितों की रक्षा की। उसके बाद उद्योगपतियों के साथ मिलकर बीबीएन की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन को तोड़ने की कौशिश की गई, जिससे लाखों परिवारों की रोजी रोटी जुड़ी हुई है। राम कुमार चौधरी ने कहा कि स्थानीय लोगों को बैरियरों पर एंट्री नहीं मिल रही है, जबकि बाहरी राज्यों की गाडि़यां व उद्योगों के कामगार धड़ाधड़ बार्डर करोस करके बीबीएन में आ रहे हैं, जिसके चलते पिछले कुछ समय से करोना सक्रमण के केस भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी की समस्या के लिए राम कुमार चौधरी व दून ब्लॉक कांग्रेस हमेशा साथ खड़ी हुई है।