स्मार्ट सिटी धर्मशाला में सफाई व्यवस्था सुधारने का सिर्फ शोर, सफाई पर नहीं कोई जोर

उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला

स्मार्ट सिटी धर्मशाला में दोहरी सफाई व्यवस्था नाम की ही रह गई है। आलम यह है कि भूमिगत कूड़ेदानों के बाहर कचरा बिखरा पड़ा है। लेकिन समस्या समाधान की दिशा में अब तक निगम अधिकारियों की ओर से कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। जिस कारण स्मार्ट सिटी की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठना लाजिमी है। यही नहीं आमसभा की बैठक में पूर्व महापौर एवं पार्षद देवेंद्र जग्गी समेत अन्य पार्षद भी मामला उठा चुके हैं, लेकिन बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

हालांकि धर्मशाला शहर का दर्जा बढ़ने के बाद नगर निगम बने करीब छह साल बीत चुके हैं। समस्या समाधान के लिए दोहरी सफाई व्यवस्था भी शुरू की गई, लेकिन अभी तक इसके सार्थक परिणाम नहीं निकले हैं। यही वजह है कि डोर-टू-डोर व सार्वजनिक स्थलों के लिए दोहरी सफाई व्यवस्था शुरू किए जाने का भी सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है। अब इसके पीछे कारण चाहे जो भी रहा हो, लेकिन जनप्रतिनिधि भी अधिकारियों पर सवाल उठा रहे हैं। यहां तक की मामला स्मार्ट सिटी मिशन की शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी उठ चुका है।

धर्मशाला में सिविल बाजार के साथ बीडीओ कार्यालय को जाते रास्ते में सार्वजनिक शौचालय के साथ स्थापित भूमिगत कूड़ेदान के बाहर भी गंदगी पसरी हुई है। यहां आलम यह है कि लोगों को आवाजाही करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दाड़ी, सिद्धबाड़ी व खनियारा में भी कूड़ेदानों के बाहर गदंगी है।