प्रदेश में सीमाओं से सटे तीन पुलों का रक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन, सीएम ने जताया आभार

उज्जवल हिमाचल। शिमला

केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पूर्वी लद्दाख के कुन्गयाम से देश के आठ राज्यों में सीमा सडक़ संगठन द्वारा निर्मित 63 पुलों का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया, जिनमें से तीन पुल हिमाचल प्रदेश में स्थित हैं। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों को सडक़ सुविधा से जोडऩे में सीमा सडक़ संगठन की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए बेहतर सडक़ संपर्क सुविधा महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सीमावर्ती राज्यों में पुलों को समर्पित करने के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए समर्पित तीनों पुल महत्वपूर्ण हंै क्योंकि वे राज्य के दुर्गम क्षेत्रों को संपर्क सुविधा प्रदान करते हैं, जहां सेना और अर्धसैनिक बल तैनात हंै।

उन्होंने कहा कि पवारी-पूह सडक़ पर 4.27 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 40 मीटर लम्बा पांगी पुल वर्षभर संपर्क सुविधा प्रदान करेगा और सैनिकों का मनोबल बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि किरण खड्ड पर 5.55 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया गया है। यह पुल सम्पर्क सुविधा सुनिश्चित करने के साथ-साथ सैनिकों के लिए विभिन्न सामग्री की निर्बाध आपूर्ति करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि यह पुल क्षेत्र में कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ सामाजिक व आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि पूह-कौरिक सडक़ पर 2.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 30 मीटर लम्बा टाइटन पुल सीमावर्ती क्षेत्र में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। यह सडक़ भारत व चीन सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए जीवन रेखा का काम करती है। महानिदेशक सीमा सडक़ संगठन, लै. जनरल राजीव चैधरी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया और सीमा सडक़ संगठन द्वारा निष्पादित विभिन्न परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। लै. गवर्नर आर.के.माथुर केन्द्रीय रक्षा मंत्री के साथ मौजूद थे जबकि उत्तराखण्ड, अरूणाचल प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड के मुख्यमंत्रियों ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया।