अप्रैल में सत्ता का सेमीफाइनल, होंगे चार नगर निगमों के चुनाव

धर्मशाला के साथ होंगे सोलन, मंडी और पालमपुर एमसी के इलेक्शन

आरपी नेगी। शिमला

हिमाचल प्रदेश में सत्ता का सेमीफाइनल इस साल अप्रैल में होना है। यानी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश के चार नगर निगमों में इलेक्शन होने हैं। हालांकि नगरनिगम धर्मशाला का चुनाव मई महीने में तय हैं, लेकिन राज्य के तीन नए नगर निगमों के चुनाव भी धर्मशाला के साथ ही होने हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले चार नगर निगमों के चुनाव को काफी अहम माना जा रहा है। ऐसे में अब अगले एक महीने बाद धर्मशाला, सोलन, मंडी और पालमपुर नगरनिगम के चुनाव तय हैं।

  • नगर निगम धर्मशाला का कार्यकाल 9 अप्रैल को हो रहा पूरा

  • 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले काफी अहम माना जाता है यह चुनाव

राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम धर्मशाला का कार्यकाल 9 अप्रैल को पूरा होने जा रहा है। इसके मद्देनजर राज्यनिर्वाचन आयोग धर्मशाला के साथ-साथ तीनों नए नगर निगमों के चुनाव भी एक साथ करवाने की तैयारी में हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगर निगम धर्मशाला में 24 वार्ड हैं, जबकि सोलन 17, मंडी 17 और पालमपुर के लिए 18 वार्ड तय किए हैं। आने वाले समय में वार्डों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है।

2012 के बाद नहीं हुए पार्टी सिंबल पर चुनाव

नगर निगम शिमला का चुनाव 2012 तक पार्टी सिंबल पर होते रहे। मई 2012 में यहां महापौर और उपमहापौर के चुनाव प्रत्यक्ष तरीके से हुए और माकपा को जीतमिली थी। उसके बाद प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नगरनिगम एक्ट में संशोधन चुनाव अप्रत्यक्ष तरीके औरबिना पार्टी सिंबल पर करवाने का फैसलाकिया था। उसके बाद धर्मशाला नगरनिगम के चुनाव भीबिना पार्टी सिंबल के हुए। राज्य सरकार अब नगर निगम के चुनाव पार्टीसिंबल पर करवाने के पक्ष में हैं।

कांग्रेस-भाजपा की अगली परीक्षा भी शुरू

प्रदेश के चार नगरनिगमों के चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सत्तासीन पार्टी यानी भाजपा इन चुनावों में अपना कब्जा जमाना चाहती है। सोलन, मंडी और पालमपुर में पहली बार चुनाव होने वाले हैं, जबकि धर्मशाला नगरनिगम का दूसरा चुनाव होगा। ऐसे में जाहिर है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों इन चुनावों को हल्के में नहीं लेगी। हाल ही में पंचायतीराज चुनाव संपन्न हुए और दोनों दलों ने अपनी-अपनी दावेदारी जताई है।

नगरनिगम धर्मशाला का कार्यकाल इस साल 9 अप्रैल को पूरा होगा, इसे देखते हुए नौ अप्रैल से पहले यहां चुनाव होना है। साथ ही राज्य के तीन नए नगरनिगमों के चुनाव में धर्मशाला के साथ हो सकते हैं।

-संजीव महाजन, चुनाव अधिकारी, राज्यनिर्वाचन आयोग।