हमीरपुर, मतदाता जागरुकता प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों की भागीदारी करें सुनिश्चित: एडीएम

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर

देश भर में मतदाताओं को जागरुक करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग तीन अलग-अलग वर्गों के लिए प्रश्नोत्तरी, नारा लेखन, गीत, वीडियो और पोस्टर प्रतियोगिताएं आयोजित करने जा रहा है। आयोग के मतदाता जागरुकता कार्यक्रम स्वीप यानि सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता के तहत आयोजित की जाने वाली इन प्रतियोगिताओं का थीम ष्मेरा वोट है मेरा भविष्य एक वोट की ताकत रखा गया है। उक्त प्रतियोगिताओं के संबंध में शुक्रवार को एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडीएम जितेंद्र सांजटा ने बताया कि प्रश्नोत्तरी में सीधे ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से भाग लिया जा सकता है, जबकि अन्य चार स्पर्धाओं की प्रविष्टियां 15 मार्च तक ईमेल के माध्यम से आयोग को भेजी जा सकती हैं। एडीएम ने बताया कि गीत, वीडियो और पोस्टर प्रतियोगिता में तीन वर्ग संस्थागत, पेशेवर और शौकिया वर्ग होंगे।

संस्थागत वर्ग में सभी शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। पेशेवर वर्ग में गीत-संगीत, वीडियो मेकिंग और पोस्टर मेकिंग में कार्य कर रहे प्रोफेशनल्स या कलाकार भाग ले सकते हैं, जबकि शौकिया वर्ग में ऐसे आम लोगों को रखा गया है जोकि गीत, वीडियो और पोस्टर मेकिंग का शौक रखते हैं। गीत, वीडियो और पोस्टर किसी भी भारतीय भाषा में बनाए जा सकते हैं। गीत 3 मिनट से अधिक और वीडियो एक मिनट से अधिक नहीं होने चाहिए। संस्थागत वर्ग की गीत प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार एक लाख रुपये, द्वितीय 50 हजार, तृतीय 30 हजार और विशेष पुरस्कार के रूप में 15 हजार रुपये की राशि रखी गई है। इसी प्रकार पेशेवर और शौकिया वर्ग में भी नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।

नारा लेखन और प्रश्नोत्तरी के विजेताओं के लिए भी नकद पुरस्कार रखे गए हैं। एडीएम ने बताया कि उक्त प्रतियोगिताओं से संबंधित जानकारी भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट ईसीआई स्वीप डॉट एनआईसी डॉट इन पर उपलब्ध करवाई गई है। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के लिए सीधे इस वेबसाइट पर पंजीकरण करवाया जा सकता है। जबकि, अन्य प्रतियोगिताओं की प्रविष्टियां 15 मार्च तक ईमेेल आईडी वोटर.कंटेस्ट एट रेट ईसीआई डॉट जीओवी डॉट इन पर भेजी जा सकती हैं। इस अवसर पर एसडीएम डॉ. चिरंजी लाल चौहान, हरीश गज्जू, विजय धीमान, शशि पाल शर्मा, उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक दिलवरजीत चंद्र, विभिन्न कालेजों एवं शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।