टांडा मेडिकल कॉलेज में ईएनटी सम्मेलन का हुआ समापन

उज्ज्वल हिमाचल। कांगड़ा

टांडा मेडिकल कॉलेज में आज 26 से 28 अप्रैल, 2024 तक तीन दिवसीय आयोजित ईएनटी सम्मेलन HPAOICON- 2024 का समापन हाे गया। इस सफल समापन की घाेषणा आयोजन अध्यक्ष सह प्रोफेसर और प्रमुख, ईएनटी विभाग, टांडा डॉ. मुनीश सरोच ने की। उन्हाेंने बताया कि ऐसी घोषणा करते हुए उन्हें गर्व महसूस हो रहा है। उन्हाेंने बताया कि इस सम्मेलन में देश भर से ओटोरहिनोलारिंजोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और चिकित्सकों को अंतर्दृष्टि साझा करने, आदान-प्रदान करने के लिए एक साथ लाया गया। विचार और नवीनतम प्रगति पर चर्चा करें। उन्हाेंने बताया कि पहले दिन (टेम्पोरल हड्डी विच्छेदन कार्यशाला) परम पावन दलाई लामा के साथ ज्ञानवर्धक बैठक के बाद शुरू हुआ, जिसका उद्घाटन योग्य प्राचार्य डॉ. आरपीजीएमसी टांडा द्वारा किया गया।

डॉ. मिलाप शर्मा ने टेम्पोरल हड्डी के संबंध में बुनियादी व्याख्यान दिए। फिर विभिन्न कॉलेजों के 18 प्रतिभागियों द्वारा अस्थायी हड्डी का विच्छेदन किया गया। इसके साथ ही उन्हाेंने बताया कि दूसरे दिन कार्यक्रम कि शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसके बाद डॉ. मुनीश सरोच (आयोजन अध्यक्ष सह प्रोफेसर और प्रमुख, ईएनटी विभाग, टांडा) का स्वागत भाषण हुआ। उसके बाद डॉ. अशोक गुप्ता (निदेशक, ईएनटी और) का उद्घाटन भाषण हुआ। हेड एंड नेक, फोर्टिस हॉस्पिटल (मोहाली) और पता योग्य प्रिंसिपल सर द्वारा। इसके बाद डॉ. शंकर बी. मेडिकेरी द्वारा डॉ. एलएच हीरानंदानी भाषण, डॉ. जसकरण द्वारा आईडी वर्मा भाषण और अंत में डॉ. अजाज उल हक द्वारा रतन चंद सरोच द्वारा अपना भाषण दिया गया। फिर विभिन्न वरिष्ठ संकाय सदस्यों ने अपने मुख्य भाषण और वार्ताएं प्रस्तुत कीं, जिनमें ईएनटी के क्षेत्र में नई प्रगति, उपचार, नवीन सर्जिकल तकनीक और सामान्य बीमारी और विकारों के लिए नए दृष्टिकोण शामिल थे।

एफईएसएस विषयों पर पैनल चर्चा की गई आयोजित 

दोपहर के भोजन के बाद चेहरे के पक्षाघात और एफईएसएस जैसे विषयों पर पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें चर्चा की गई। वर्तमान रुझान और नई संभावनाएं विचारों को साझा करके ईएनटी बिरादरी को और अधिक करीब ला रही हैं। दिन का समापन ईएनटी में वरिष्ठ सदस्यों को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कारों से सम्मानित करने के साथ हुआ, जिसमें डॉ. चंदर मोहन, डॉ. रविंदर वर्मा, डॉ. अशोक गुप्ता, डॉ. प्रदीप चौरे, डॉ. एनके महेंद्रू, डॉ. देव राज, डॉ. आरएस मिन्हास शामिल थे। ईएनटी के क्षेत्र में दुनिया में उनके योगदान के लिए डॉ. मंजीत सिंह। अंितम और आज तीसरे दिन की शुरुआत विभिन्न स्थापित ईएनटी सर्जनों द्वारा रेडियोलॉजी, ट्रेकियोस्टोमी और वर्टिगो जैसे विषयों पर विभिन्न वार्ताओं से हुई, जिससे उभरते निवासियों/सर्जनों को अपनी विशेषज्ञता के प्रति अधिक समर्पित होने में मदद मिली। फिर कई स्नातकोत्तर छात्रों ने अपने पेपर और पोस्टर प्रस्तुत किए, जिसके बाद मन को खोलने वाली पीजी और एमबीबीएस प्रश्नोत्तरी हुई।

पुरस्कार विजेताओं को वितरित किए गए

ग्रुप-1 में प्रथम पुरस्कार डॉ. वर्षा और द्वितीय पुरस्कार डॉ. अपूर्व काे दिया गया। इसके साथ ही ग्रुप-2 में प्रथम पुरस्कार डॉ. अनीशा और द्वितीय पुरस्कार डॉ. रूपाली शर्मा काे मिला। पोस्टर प्रस्तुति का प्रथम पुरस्कार डॉ. कुसुम और द्वितीय पुरस्कार डॉ. अजय काे दिया गया। पेपर प्रस्तुति में प्रथम पुरस्कार डॉ. करिश्मा और द्वितीय पुरस्कार डॉ. राइमा मरियम जॉन काे मिला। वहीं, पीजी क्विज में पहला पुरस्कार डॉ. कृतिका, डॉ. राइमा और द्वितीय पुरस्कार डॉ. तनिष्क, डॉ. अनीशा काे दिया गया। इसके साथ ही एमबीबीएस क्विज में पहला पुरस्कार डॉ. अंशिता व डॉ. अंशुल और द्वितीय पुरस्कार से डॉ. तरूण व डॉ. पारस काे नवाजा गया। इसके साथ ही सम्मेलन का समापन आयोजन सचिव डॉ. विशाल के धन्यवाद संबाेदन के साथ हुआ।

ब्यूरो रिपोर्ट कांगड़ा

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