सैंथल में अनाथ हुए चार नाबालिगों को मिला प्रशासन का संरक्षण, शिक्षा व सरकार की योजनाओं का मिलेगा लाभ

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

जिला मंडी के उपमंडल जोगेंद्रनगर की सैंथल पंचायत में मां-बाप की मौत के बाद बेसहारा चार नाबालिगों को प्रशासन का संरक्षण मिला है। नाबालिगों की शिक्षा प्रशासन की देखरेख में पूरी होगी।

वहीं, सरकार की अनेकों योजनाओं का लाभ भी प्रभावित परिवार को मिलेगा। एसडीएम डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने स्वयं नाबालिगों के घर पहुंचकर पीडि़त परिवार का दर्द बांटा है साथ ही मृतक के आश्रितों को कल्याण योजना के तहत 20 हजार रूपये की धनराशि देने का ऐलान भी किया। सैंथल पडैन के मलेड गांव में कैंसर की गंभीर बिमारी से पीडि़त 38 वर्षीय सुरेखा देवी की मौत के बाद तीन लड़कियों और एक लड़के पर अचानक गिरा दुःखों का पहाड़ की सूचना जैसे ही प्रशासन को मिली त्वरित कार्रवाई करते हुए सीडीपीओ के साथ पीडि़त के घर में पहुंचकर न केवल एसडीएम डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने उनका दुःख बांटा बल्कि फोस्टर केयर योजना के तहत प्रत्येक नाबालिग को प्रतिमाह 25 सौ रूपये की धनराशि देने की औपचारिकताएं पूरी। इससे चार नाबालिगों को प्रतिमाह दस हजार रूपये शिक्षा के लिए मिलेगा। वहीं 6 हजार रूपये की राशि मदर टैरेसा असहाय मातृ योजना के तहत भी 18 वर्ष की आयु तक मिलती रहेगी।

गौरतलब है कि सैंथल पडैन पंचायत के मलेड गांव की 16 साल की तब्बू, 14 साल की पायल, 12 साल की वंशिका व 9 साल के नक्ष के पिता हुकम चंद की मौत के बाद मां की भी गंभीर बिमारी से मौत हो जाने के बाद इनके पालन पोषण और संरक्षण को लेकर घर में मौजूद बजुर्गों को चिंता सताने लग पड़ी थी। 65 वर्षीय दादी सुनु देवी और 70 वर्षीय दादा कन्हैया लाल उम्र के इस पड़ाव में लाचारी का जीवन जीने को मजबूर हैं। बेटे की मौत के बाद बहू की मौत हो जाने से घर में मौजूद चार नाबालिगों की शिक्षा और परवरिश को लेकर संकट पैदा हो गया था।

इस पर स्थानीय प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए पीडि़त परिवार के घर में पहुंचकर सरकार और प्रशासन के द्वारा मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलाया।

वहीं, एसडीएम डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने प्रशासन की ओर से दस हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान को हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया है। सीडीपीओ चैंतड़ा बालम राम की मौजूदगी में नाबालिगों को सरकार से मिलने वाली योजनाओं की औपचारिकताओं को पूरा किया। इस अवसर पर एसडीएम कार्यालय के रीडर संजीव व पूर्ण चंद भी मौजूद रहे।

सैंथल पडैन पंचायत में नाबालिगों को सरकार से मिलने वाली योजनाओं का लाभ उनके घर में जाकर दिलाया गया है। बजुर्गों को पैंशन सुविधा सरकार के द्वारा मिल रही है। दस हजार रूपये की सहायता प्रशासन की ओर से जारी करने के साथ-साथ चारों नाबालिगों को फोस्टर केयर योजना के तहत प्रतिमाह दस हजार रूपये और सालाना एक लाख 20 हजार रूपये की धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

वहीं, मदर टैरेसा असहाय मातृ योजना के तहत नाबालिगों को 6 हजार रूपये प्रतिमाह 18 वर्ष की आयु तक मिलते रहेगें। अन्य समस्याओं का समाधान भी प्रशासन की देखरेख में होगा।