सुविधाओं के अभाव के कारण खेती और बागवानी पर मंडराया खतरा

अजीत वर्मा। जयसिंहपुर
विधानसभा क्षेत्र जयसिंहपुर मंडलाध्यक्ष कांग्रेस किसान शेल सुशील कौल ने कहा है कि स्थानीय स्तर पर बागवानी-किसानी को महत्व देकर रोजगार के संसाधन जुटाने होंगे। अक्सर देखा जाता है कई नेता गरीवों की लड़ाई लड़ते अमीर हो जाते हैं। मगर गरीबों किसानों का उत्थान स्तर नहीं बढ़ता आज का युवा सरकार के द्वारा मुहैया करवाई सब्सिडी पर नही जीना चाहता सब चाहते है देश पर आर्थिक वोझ न पड़े मगर हमें बागवानी, किसानी की उच्च तकनीक से रोजगार के संसाधन स्थानीय स्तर पर जुटाने होंगे, ताकि आम नागरिक स्थानीय स्तर पर कमा कर जीवन यापन कर सकें। हर नागरिक अपने हिसाव से देशहित विकास कार्य कर रहा है।

चाहे किसान, उद्योगपति, देश की रक्षा करने बाले सैनिक हों या अन्य हो किसी न किसी रूप में विकसित भारत बनने में अपना फर्ज निभा रहे हैं। वहीं, किसान देश की आत्मा हैं वो देश की मिट्टी मेहनत और पसीने से भूमि को सींच अनाज पैदा कर देश भर का पेट पाल रहा है।कई बार पर्यावरण अनुकूल न होने प्राकृतिक आपदा पर फसल का नुकसान झेलता है।खेती के लिए कर्जे से किसान आर्थिक रूप से दब जाता है। उसके बाद फसल का उचित मूल्य न मिलने पर मार झेलता है। क्षेत्र में कभी बागवानी अच्छे स्तर पर थी मगर जलस्तर बदलाव संचाई व्यवस्था,बाड़बंदी न होने के कारण भी किसानी का स्तर गिरता जा रहा है। इस क्षेत्र के विकास के लिए सबको आगे आना ही होगा कब तक युवा ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की तरफ कूच करते रहेंगे, हमें एक मत हो कर शहरों से गांव की ओर जाना है।