समस्याओं को लेकर लामबंद्ध हुए कांगड़ा के सरकारी ठेकेदार

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा

लोक निर्माण विभाग कांगड़ा क्षेत्र के सरकारी ठेकेदार लामबंद्ध हो गए हैं। उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की है, जिसमें सरकार को एक्स फार्म को लेकर कोई हस्ताक्षेप नहीं किया, तो वह प्रदेश के विकास कार्यों को बंद कर देंगे। बैठक की अध्यक्षता कांगड़ा-चंबा उतरी क्षेत्र ठेकेदार यूनियन के अध्यक्ष नवनीत ठाकुर की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई। इसमें ठेकेदारों को आने वाली समस्या के बारे में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में उपस्थित नवनीत शर्मा, अरबिंद शर्मा, पवन सूद, महिंद्र पठानिया, आरके महाजन, रोहित शर्मा, सुशील, सुरेश चंदेल, विवेक डोगरा, सुरेश, अश्वनी, प्रदीप, नीरज, अनिल सैनी, राजेश स्याल के अतिरिक्त दर्जनों सरकारी ठेकेदारों ने भाग लिया। बैठक में एक्स फार्म के संबंध में आ रही प्रमुख समस्या के बारे में चर्चा की गई। उनका कहना है कि उनके कार्य करने के उपरांत उनके बिलों के पास होने के बारे में विभाग द्धारा निर्णय लिया गया है कि उनके द्धारा किए गए कार्यों की अदायगी तब तक नहीं की जाएगी, जब तक ठेकेदार उसमें प्रयोग की गई सामग्री का एक्स फार्म जो कि स्टोन क्रैशर द्धारा जारी किया जाता है।

उनका कहना है कि ठेकेदार किसी प्रकार का खनन नहीं करता है और सरकार द्धारा निर्धारित मापदंडों द्धारा भुगतान लेता है, जिसके लिए वह सरकार को जीएसटी भी अदा करता है। अध्यक्ष नवनीत ठाकुर ने सरकार से मांग की है कि एक्स फार्म के बिना भुगतान रोकने के निर्णय को निरस्त किया जाए और यदि किसी प्रकार की हानि सरकार को हो रही है, तो उसका किसी और प्रकार का विकल्प निकाले। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस मामले में हस्ताक्षेप करके ठेकेदारों को अपने भुगतान को लेने मेें आ रही कठिनाई का समाधान निकाले।

उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के विकास कार्य में आग्रणी भूमिका ठेकेदार निभाते हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी समस्या का समधान 15 दिनों के भीतर नहीं निकाला गया, तो प्रदेश के समस्त ठेकेदार एक जुट होकर विकास कार्यों को बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि इसको लेकर यूनियन 25 सितंबर को उतरी क्षेत्र के समस्त ठेकेदार धर्मशाला मेें बैठक करेंगे, जिसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी।