हस्तशिल्प उद्योग को मिल रही नई पहचान, लोग कर रहे जमकर खरीददारी

उज्ज्वल हिमाचल। मंडी

भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा मंडी शहर के पड्डल मैदान में 10 दिवसीय गांधी शिल्प बाजार प्रदर्शनी एवं बिक्री का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 15 राज्यों के 100 शिल्पकार खुद द्वारा निर्मित उत्पादों को बेचने के लिए यहां पहुंचे हुए हैं। 15 राज्यों में हिमाचल प्रदेश, असम, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, यूपी, गुजरात और पश्चिम बंगाल से आए शिल्पकार शामिल हैं।

इस प्रदर्शनी एवं बिक्री में घरेलू साज-सज्जा का सामान, खादी के वस्त्र, जूते-चप्पल, रोजमर्रा की चीजें, कुल्लवी शॉल और अन्य प्रकार के ढेरों उत्पाद शामिल हैं। इसके साथ ही लोगों के खाने-पीने के लिए तरह-तरह के व्यंजन बनाने वाले स्टॉल भी लगाए गए हैं। गुजरात से आए शिल्पकार चंद्र भाई, मंडी जिला में कुल्लू शॉल बनाने वाले कर्म सिंह और मनाली से आए शिल्पकार दौलत राम ने बताया कि प्रदर्शनी एवं बिक्री को लेकर लोगों में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा और लोग इन उत्पादों की खरीददारी कर रहे हैं।

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इन्होंने इस प्रदर्शनी को आयोजित करने के लिए केंद्र सरकार का आभार भी जताया और बताया कि केंद्र सरकार द्वारा उन्हें अपने उत्पादों को बेचने के लिए देश भर में इस तरह के मंच मुहैया करवाए जा रहे हैं। वहीं, स्थानीय लोगों में भी इस प्रदर्शनी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग इन उत्पादों को देखने और खरीदने के लिए पड्डल मैदान पहुंच रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि हस्त निर्मित उत्पादों को खरीदने का यह बेहतरीन मौका है और यहां जरूरत का बहुत सा सामान एक ही छत के नीचे मिल रहा है।

बता दें कि भारत सरकार द्वारा देश भर के हस्तशिल्पियों को अपने उत्पादों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए इस प्रकार के मेलों का आयोजन किया जाता है। मंडी में यह मेला काफी लंबे समय के बाद लगाया गया है जिसको लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। 10 दिवसीय यह मेला आने वाली 3 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा।

संवाददाताः उमेश भारद्वाज

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