पराशर के मेडिकल कैंप में ईसीजी टेस्ट के बाद पकड़ में आ रही दिल की बीमारियां

सेहरी के बालकराम की ईसीजी टेस्ट करवाने के बाद समय पर उपचार के बाद बची जान

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय द्वारा आयोजित मेडीकल कैंपों में आंखों व कानों की जांच के अलावा शुगर, ब्लड प्रेशर व ईसीजी के टेस्ट भी होते हैं। सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति के शरीर से जुड़ी बीमारियों को लेकर ये टेस्ट काफी कुछ बता देते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी सुविधाओं का अभाव होने से लोग चाहकर भी ऐसे टेस्ट करवाने में असमर्थ होते हैंं। ऐसे में जसवां-परागपुर में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बड़ा काम कर रहे पराशर ने अपने हर कैंप में आने वाले लाभार्थियों को इन टेस्ट की भी निशुल्क सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। बड़ी बात यह भी है कि इन टेस्ट विशेष रूप से ईसीजी करवाने के बाद कई लोगों की पकड़ में दिल की बीमारियां आ रही हैं।

ईसीजी टेस्ट के बाद कई मरीजों ने समय पर अपना उपचार करवाया। सेहरी पंचायत के बालक राम ने रक्कड़ के मेडीकल कैंप में अपना ईसीजी टेस्ट करवाया। इसके बाद उन्हेंं पता चला कि दिल के दाहिने हिस्से में 99 प्रतिशत ब्लॉकेज हो चुकी थी। बिना समय गंवाए बालक राम चंडीगढ़ स्थित निजी अस्पताल में पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने बताया कि अगर उन्होंने ईसीजी टेस्ट नहीं करवाया होता तो उनकी बीमारी का पता नहीं चलना था। सही वक्त पर उपचार न हुआ होता तो निश्चित तौर पर उनकी जान को खतरा हो सकता था। पराशर द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 1022 लोग शुगर, ब्लड प्रेशर और ईसीजी के टेस्ट करवा चुके हैं। दरअसल ईसीजी इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्ट आमतौर पर दिल तक रक्त पहुंचाने वाली रक्त वाहिकाओं में परेशानी, ऑक्सीजन की कमी, नसों का ब्लॉकेज, टिशूज की असामान्य स्थिति, सीने में तेज दर्द या सूजनए सांस लेने में तकलीफ, हार्ट अटैक के लक्षणों और दिल से जुड़ी अन्य समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।

सही मायनों में इसी टेस्ट के बाद दिल की बीमारी से जुड़े लक्षणों का पता चल जाता है और मरीज का समय पर इलाज भी शुरू हो जाता है। बेशक अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी जीवनशैली में बदलाव व खान-पान की गलत आदतों से कई लोगों में दिल से जुड़े रोग सामने आ रहे हैं। बावजूद गांवों में ऐसी स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है और यहां कहीं ऐसी सुविधा भी हैए वहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। कई ग्रामीण भी अतिरिक्त समय व धन खर्च होने के डर से यह टेस्ट नहीं करवाते हैं। जबकि चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे टेस्ट नियमित अंतराल के दौरान हर आदमी को करवाने चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए कैप्टन संजय ने निर्णय लिया कि उनके हर मेडीकल कैंप में इन टेस्ट को तरजीह देनी चाहिए। इसके लिए विशेष टीम गठित की गई है और जिन लाभार्थियों ने टेस्ट करवाना हो तो उन्हें यह सुविधा बिना खर्च किए अपने घर.द्वार पर ही मिल रही है।

ईसीजी टेस्ट के महत्व के बारे में जिक्र करते हुए पंजाब मेडीकल काउंसिल के सदस्य डाॅ. कपिल गुप्ता का कहना था कि ईसीजी टेस्ट करवाना सेहत के लिए बहुत जरूरी और फायदेमंद भी है। इस आसान टेस्ट के बाद दिल से संबंधित बीमारियों का पता चल जाता है और फिर बीमारी भी खतरनाक रूप नहीं लेती। बाद में उपचार करने में भी आसानी रहती है। कैप्टन संजय पराशर ने कहा कि ग्रामीण पूरी तरह से स्वस्थ रहें और उनका जीवन खुशहाल रहे, इसकी वह मंगल कामना करते हैं। बताया कि मंगलवार को घमरूर पंचायत के बरनाली गांव में भी आंखों व कानों की जांच के अलावा शुगरए बीपी और ईसीजी टेस्ट फ्री में होंगे।