तूफान और बारिश से भारी नुकसान, कई मकानाें की उड़ीं छतें

उज्जवल हिमाचल टीम। करसोग/सरकाघाट/परागपुर

हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार रात को हुई भारी बारिश व तूफान के कारण भारी नुकसान हुआ है। जिला मंडी में सबसे ज्‍यादा नुकसान हुआ है। मंडी शहर की दुकानों में जहां पानी घुस गया। वहीं, करसोग, सरकाघाट, पद्धर,गोहर में भी तूफान से सरकारी भवनों सहित निजी मकानाें की छतें भी उड़ गई हैं। कई जगह पेड़ गिरने के कारण पशुशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। गोहर में ही 28 लाख का नुकसान आंका गया है। रात दो बजे के करीब आए तूफान के कारण बल्ह क्षेत्र में बिजली के पोल टूटने से बिजली पूरी तरह से ठप हो गई।

हालांकि इस कारण जिला में किसी सड़क के बंद होने की सूचना नहीं है। करसोग में बारिश के कारण किसानों और बागवानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। सेब की फसल पेड़ों से झड़ गई है। ग्राम पंचायत कांडी सपनोट के बगो गांव में तूफान से मकान की एंगल के साथ उखड़ गई। मकान मालिक दिनेश कुमार को करीब 4 से 5 लाख का नुकसान हुआ है। अतिरिक्त खनेयोल बगड़ा में तूफान से स्कूल की छत और शाहोट पंचायत में कई घरों की छतें उड़ गईं। कुफरीधार पंचायत के तहत कांडा में लालचंद के घर के साथ तेज बारिश की वजह से डंगा ढह गया और बारिश का पानी कमरों घुसने से सामान खराब हो गया है।

खादरा सहित कई पंचायतों में तूफान से सेब के पौधे जड़ से उखड़ गए। तहसीलदार राजेन्द्र ठाकुर नुकसान का जायजला लेने के लिए रवाना हो गए। वहीं, सरकाघाट में खलारड्ड पंचायत के सुरजपुर बाड़ी गांव में अशोक कुमार, नानकू राम, सुरेश कुमार, ख्याली राम सहित अन्य लोगों के मकानों को क्षति पहुंची है और अनेक गौशालाओं की छतें उड़ गई हैं। परसदा हवानी पंचायत मुख्यालय पर एक पीपल के पेड़ जड़ से उखड़ गया, हालांकि गनीमत रही कि किसी व्‍यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ।

एसडीएम ज़फर इक़बाल ने बताया कि उपमंडल के सभी पटवारखानों के राजस्व कर्मचारियों को अपने अपने क्षेत्र में इस तूफान से हुए नुकसान का आकलन करने के आदेश जारी कर दिए हैं। गोहर में एक डिपो की छत सहित पांच गोशालाओं और फर्नीचर की दुकान, रसोई घर आदि को नुकसान पहुंचा है। सेब की फसल भी प्रभावित हुई है। गोहर में 288000 रुपये का नुकसान आंका गया है।

उपायुक्त मंडी ने सभी एसडीएम को नुकसान की सही जानकारी देने के आदेश दिए हैं। जिला कांगड़ा में भी रात को तूफान का असर दिखा। परागपुर विश्राम गृह पर एक वृक्ष गिर गया, उसी के साथ एक कार खड़ी थी वह भी बाल-बाल बच गई। तूफान से एक भारी वृक्ष दीवार को तोड़ता हुआ विश्राम गृह परागपुर के रसोई घर के ऊपर गिर गया। तूफान से जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सरकारी भवन को भारी क्षति पहुंची है।