भारी ओलावृष्टि ने किसानाें-बागबानाें की महनत पर फेरा पानी

किसान बागवानों ने सरकार से की मुआवजे की मांग

संजीव कुमार। गोहर

कभी कोरोना का कहर, ताे कभी मौसम की मार। किसान बागवान सहित आम जनमानस भारी आर्थिक तंगी झेल रहा है।कोरोना कहर के चलते लाखों करोड़ों लोग बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। किसान बागवान भी आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।अब जबकि किसान बागवान आगामी फसलों जैसे आलु, गोभी, पत्तागोभी, प्लम, टमाटर, सेब व नाशपाती की तैयारी है। गत रात्रि उपमंडल गोहर की लोट पंचायत में मौसम ने एसी करवट ली, यकायक अंधेरा छा गया देखते ही देखते मूसलाधार बारिश के साथ शुरू हुआ ओलावृष्टि का तांडव।

लगभग आधा घंटा हुईं ओलावृष्टि ने लोट धंग्यारा सहित अप्पर नाचन में किसान बागवानों की फसलें धराशाई कर दी। आधे घंटे की इस ओलावृष्टि ने सब कुछ तहस-नहस करके रख दिया। उपप्रधान ग्राम पंचायत लोट संतोष कुमार, जिला परिषद सदस्य हुक्म ठाकुर, गोकुल चंद, पूर्व प्रधान देवानंद, प्रोमिला देवी, रुप लाल, पूर्ण चंद व डोला राम सहित लगभग 50 किसानाें-बागवानों ने रुंधे गले से बताया कि कि इस वर्ष तकरीबन सभी फसलों की बंपर पैदावार हुई थी।

कल तक सब कुछ अच्छा था, अचानक शाम सात बजे भयंकर आंधी व ओलावृष्टि ने सब कुछ तहस-नहस कर के रख दिया। क्षेत्र के किसान बागवानों दाने दाने को मोहताज हो गया है। किसान बागवानों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि किसान बागवानों के हुए नुकसान का आकलन करवाया जाए और उचित मुआवजा दिया जाए।

एसडीएम गोहर अनिल भारद्वाज ने बताया कि गत रात्रि उपमंडल की लोट पंचायत में भारी ओलावृष्टि व फसल के नुक्सान की खबर आई है। रैवन्यू विभाग को नुक्सान के सही आकलन का आदेश दे दिया गया है। नियमानुसार उचित मुआवजा सरकार द्बारा दिया जाएगा। वहीं, स्थानीय विधायक विनोद कुमार ने बताया कि ओलावृष्टि से प्रभावित किसानाें-बागवानों का दुख दर्द समझते हैं। मुख्यमंत्री से किसान बागवानों के लिए उचित मुआवजा देने की मांग करेंगे।