आठ साल से बिस्तर पर पड़े पिता की केवल लड़की कर रही देखभाल

एसके शर्मा । हमीरपुर
उपमंडल बड़सर की झंझियाणी पंचायत के तहत वार्ड 5 में मनसा राम गत 8 साल से बिस्तर पर हैं । अधरंग व विविध किस्म के रोगों से पीड़ित मनसा राम बात भी नहीं कर पाते और बिस्तर पर ही उनको खाना खिलाने से लेकर शेष देखभाल करने के लिए उनकी इकलौती बेटी सुरेखा ठाकुर ही काम कर रही है। मनसा राम की पत्नी के देहांत के बाद पिछले 8 साल से सुरेखा ही इनके लिए एकमात्र सहारा है।

इलाज के लिए मदद की दरकार

मात्र आठ हज़ार मासिक पेंशन से उनके लिए  दवाई और इलाज का खर्चा नहीं हो पाता है जिसके चलते बिना इलाज के ही मनसा राम जीवन के दिन गिन रहे हैं। सुरेखा की तीन बहनों की शादी हो चुकी है और घर में बीमार पिता का स्थायी रूप से देखभाल का जिम्मा अब सुरेखा पर ही है। इस कारण उसकी न शिक्षा आगे बढ़ा सकी है और न ही उसकी शादी हो पाई है, क्योंकि बीमार पिता को देखने वाला कोई नहीं है। सुरेखा के पास न तो पिता के इलाज लायक धन है और न ही सरकार की तरफ से उनको पिता के इलाज का कोई आश्वासन मिला है। यदि मुख्यमंत्री राहत कोष से उनके लिए कोई इलाज का प्रावधान हो जाए तो अस्पताल में मनसा राम की दशा में सुधार भी संभव है । सुरेखा की मदद हेतु उसके बैंक खाता संख्या 2657000100309656 आईएफएससी पीयूएनबी 0265700 पर दान कर सकते हैं।