उज्जवल हिमाचल। ज्वाली
विधानसभा क्षेत्र ज्वाली (Jwali) के अधीन करोड़ों की लागत से निर्मित सिद्धाथा नहर परियोजना का बसंतपुर क्रासिंग के पास पिल्लरों के पास निर्मित डंगों के भारी बारिश के कारण बह जाने से नहर के अस्तित्व पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं। जोरदार बारिश के कारण पिल्लरों की सुरक्षा को लगाए गए डंगे बह गए हैं तथा पिल्लरों के पास कुछ भी नहीं बचा है। इनकी कोई भी सुरक्षा नहीं रही है।
सिद्धाथा नहर परियोजना (Sidhatha Canal Project) के पिल्लरों के पास करीबन 8-10 फीट गहरा गड्ढा पड़ गया है। पिल्लरों के पास पड़े गड्ढों को देखने से ही डर लग रहा है। पिल्लरों की नींव तक बाहर निकल आई है तथा अगर दोबारा जोरदार बारिश होती है तो सिद्धाथा नहर का पुल गिर सकता है।
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अगर पिल्लर क्षतिग्रस्त हुए तो लाखों रुपए का नुकसान हो जाएगा। बुद्धिजीवियों ने प्रशासन व सिद्धाथा नहर परियोजना के अधिकारियों से मांग उठाई है कि सिद्धाथा नहर के पिल्लरों को डंगे लगाकर बचाया जाए।
अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा के बोल इस बारे में जल शक्ति विभाग ज्वाली के अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा ने कहा कि सिद्धाथा नहर के पिल्लरों के पास से डंगे बारिश के कारण बह गए हैं तथा पिल्लरों के पास डंगे लगाए जाएंगे।