कैप्टन संजय पराशर ने जसवां-परागपुर को बना दिया रोजगार का हब

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

जसवां-परागपुर क्षेत्र को कैप्टन संजय ने रोजगार का नया हब बना दिया है। पराशर ने प्रदेश के युवाओं के लिए नौकरियां का पिटारा खोल दिया है। इस वर्ष के पहले चार महीनों में ही संजय ने मर्चेंट नेवी और अपनी कंपनी वीआर मेरीटाइम के विभिन्न कार्यालयों में चार सौ युवाओं को नौकरी प्रदान की है। शुक्रवार को हिमाचल दिवस के अवसर पर भी पराशर ने दस युवाओं को अपने कार्यालय में रोजगार दिया और घोषणा की इस वर्ष के अंत तक एक हजार युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का सृजन किया जाएगा। इसके साथ ही शुक्रवार को पराशर ने युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए टीएस रेहमान संस्थान से मर्चेंट नेवी के आइएमयू-सीइटी की परीक्षा हेतु निशुल्क ऑनलाइन गाइडेंस का एमओयू भी कर लिया है। इस गाइडेंस के लिए कुल पंद्रह युवाओं का चयन किया गया है, जिसमें दो युवतियां भी शामिल है।

इस परीक्षा की तैयारी के लिए प्रति युवा के पच्चीस हजार रूपए की ऑनलाइन कोचिंग का सारा खर्च संजय पराशर ही वहन करेंगे। दरअसल कोरोना के बाद बेरोजगारी से उपजे हालात के बाद संजय पराशर प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं। ठीक एक वर्ष पूर्व जब कोरोना के कारण सब कुछ थम चुका था और कई युवाओं को अपनी नौकरी तक से हाथ धोना पड़ा तो तो ऐसी स्थिति में पराशर ने विपरित परिस्थितयों को समझा और पराशर प्रदेश व स्थानीय युवाओं के लिए संकट मोचक बन गए। इस समयावधि के दौरान संजय ने मर्चेंट नेवी के तीन कार्यालयों के माध्यम से रोजगार मुहैया करवाना शुरू कर दिया। बड़ी बात यह है कि पिछले वर्ष कुल 497 युवाओं को मर्चेंट नेवी और अन्य कार्यालयों में रोजगार दिया।

इस वर्ष भी संजय ने युवाओं को नौकरी देने के लिए अनथक प्रयास कर रहे हैं। नौकरी प्राप्त करने के युवा कैसे तैयार हों, इसके लिए संजय ने जसवां-परागपुर क्षेत्र में बीस इंग्लिश लर्निंग व कंप्यूटर सेंटर खोले हैं। इन केन्द्रों में पांच सौ से ज्यादा सीनियर वर्ग के विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें उपलब्ध हैं तो फ्री इंटरनेट और प्रिंटर की सुविधा भी दी जा रही है।

वहीं, संजय पराशर का कहना है कि जसवां-परागपुर पूरे प्रदेश में मर्चेंट नेवी की नौकरी के लिए हब बनता जा रहा है।

प्रदेश भर से युवा यहां रोजगार हासिल करने के लिए डाडासीबा में पहुंच रहे हैं। यह जसवां-परागपुर के लिए भी गौरव की बात है। कहा कि इस वर्ष में एक हजार युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा  कि जिला कांगड़ा के डाडासीबा, परागपुर, संसारपुर टैरेस व रक्कड़ क्षेत्रों सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आर्थिक रूप से अक्षम परिवारों के बच्चों को भी मर्चेंट नेवी में रोजगार देने के लिए काम किया जा रहा है। नारी सशक्तकरण को लेकर उनके कार्यालयों में अधिक से अधिक युवतियों को राेजगार प्रदान किया गया है तो प्रयास रहेगा कि इस वर्ष मर्चेंट नेवी में भी जसवां-परागपुर क्षेत्र की बेटियां अफसर बनकर क्षेत्र और परिवार का नाम रोशन करें।