यदि हिमाचल में भाजपा-कांग्रेस का ही है जनाधार तो फिर आप पार्टी में कहां से आ रही भीड़: साधू राम राणा

चैन गुलेरिया। ज्वाली 

हिमाचल में आगामी चुनावों को लेकर आए दिन भाजपा और कांग्रेस के बड़े स्तर के नेता यह कहते हुए नहीं थकते हैं कि हिमाचल में  केवल भाजपा और कांग्रेस ही एक दूसरे का विकल्प हैं। और तीसरे विकल्प को हिमाचल के लोग मत नहीं कर सकते हैं तो देखने वाली बात यह है कि मुख्यमंत्री एवं विधायकों के पैनल बिना ही लोग कड़ाके की गर्मी में गेंहू की कटाई छोड़ कर अपने संसाधनों द्वारा आम आदमी पार्टी की रैलियों में  हजारों की संख्या में क्यों पहुंच रहे हैं।

यह आम आदमी पार्टी की रैलियों में हजारों की भीड़ इससे पहले भाजपा और कांग्रेस का ही वोट बैंक रहा है। अतः आप पार्टी की जनसभाओं में बढ़ती भीड़ को देखते हुए कांग्रेस और भाजपा को इस बात को बाहरी तौर पर न सही लेकिन अंदर खाते मान लेना चाहिए कि शायद अब राजनीति में बह दौर बीत चुका है कि जब भाजपा से नाराज़ कांग्रेस को और कांग्रेस से नाराज़ भाजपा को वोट डालकर बारी बारी सत्ता सौंपने का रिवाज इस बार भी कायम रहेगा।

आम आदमी पार्टी के प्रभाव को देखकर यह कहा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी हिमाचल के आगामी चुनावों में  कोई बड़ा करिश्मा भले ही न कर पाए लेकिन बड़े बड़े धुरंधरों के समीकरण बिगड़ने और बारी बारी सत्ता सौंपने की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम जरुर कर सकती है।