जिला प्रशासन द्वारा आयोजित जुआरे कार्यक्रम एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हुआ दर्ज

मनीष ठाकुर। कुल्लू
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज अटल सदन में आयोजित जुआरे (सामुदायिक सहभागिता) कार्यक्रम के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की। जिला में आरंभ जुआरे कार्यक्रम के तहत 61 हजार 498 लोगों को आपदा जोखिम को कम करने के बारे में प्रशिक्षित करने के लिए एशिया एंड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने के लिए मिला प्रमाण पत्र। ग्राम पंचायत मलाना को कार्यक्रम में अधिकतम भागीदारी के लिए जुआरे भवन निर्माण हेतु 5 लाख रुपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में प्रदान की गई। 

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर अटल सदन में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि आपदा की आशंका को टाला नहीं जा सकता लेकिन आपदा प्रबंधन की उचित जानकारी होने की सूरत में आपदा से होने वाले जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू में एक अभियान के रूप में आरंभ जुआरे कार्यक्रम जन समुदाय को आपदा के बारे में जागरूक करने और आपदा के समय बचाव और राहत के लिए किए जाने वाले प्रबंध के लिए प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से सामुदायिक भागीदारी पर आधारित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि 28 मार्च को आरंभ हुआ जुआरे कार्यक्रम राज्य स्तर पर एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम के रूप में सामने  आया है।

 

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला की 235 ग्राम पंचायतों में एक साथ एक ही निर्धारित समय में नाट्य मंचन के माध्यम से 61 हजार 498 लोगों को आपदा जोखिम को कम करने बारे प्रशिक्षित  करके एशिया एंड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया गया जो जिला के लिए अपने आप में गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा कार्यक्रम के अन्तर्गत जोखिम तथा रिसोर्स मैप तैयार करके  जिला की 235 पंचायतों तथा 6 शहरी निकायों के समक्ष प्रस्तुत करने के अलावा आपदा के समय नागरिक सुरक्षा हेतु स्वयं सेवकों की पहचान करना प्रशंसनीय है यह प्रयास किसी भी आपदा के समय सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आपदा जोखिम को कम करने की दिशा में भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन तथा आपदा प्रबंधन सेल कुल्लू के समन्वयक तथा अन्य कर्मचारियों को इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को सफ़लता पूर्वक लागू करने के लिए बधाई दी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सचिव कमल किशोर ने कहा कि आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में माननीय प्रधानमंत्री महोदय के मार्गदर्शन में लागू दस सूत्रीय कार्यक्रम के प्रत्येक सूत्र जुआरे कार्यक्रम में शामिल है। उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू में आरंभ इस कार्यक्रम को देश के अन्य जिलों में लागू करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए स्थानीय क्षमताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है।