संजय पराशर ने अप्पर परागपुर में आयोजित किया 98वां निशुल्क मेडीकल कैंप

-स्वास्थ्य शिविर में 276 लाभार्थियों ने करवाई आंखों व कानों की जांच

उज्जवल हिमाचल। परागपुर

कैप्टन संजय पराशर द्वारा जसवां-परापगुर क्षेत्र को मोतियाबिंद मुक्त करने का अभियान अब भी जारी है। इसी कड़ी में पराशर द्वारा शनिवार को क्षेत्र की अप्पर परागपुर पंचायत में 98वें मेडीकल कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें 276 लाभार्थी पहुंचे। स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आंखों व कानों की जांच के अलावा बीपी, ईसीजी और शुगर के भी निशुल्क टेस्ट किए गए। इसके अलावा पराशर ने इसी पंचायत में 16वें महायज्ञ का भी आयोजन किया।

अप्पर परागपुर के स्वास्थ्य शिविर में 182 की आंखों का चेकअप किया गया, जबकि 94 मरीजों ने कानों की जांच करवाई। 86 को निशुल्क चश्मे प्रदान किए गए तो 115 को आई ड्रॉप्स उपलब्ध करवाई गईं। मेडिकल कैंप में आए 28 मरीजों को चिकित्सकों ने मोतियाबिंद की बीमारी का आपरेशन करवाने की सलाह दी। इन मरीजों के आपरेशन कांगड़ा स्थित निजी अस्पताल में होंगे।

52 मरीजाें को कानों की मशीनें दी गई और 68 को कानों की दवाई दी गई। 38 महिलाओं को सेनेटरी पैड भी प्रदान किए गए। जबकि 46 के ईसीजी, बीपी तथा शुगर टेस्ट किए गए। शिविर में पहुंचे 22 लाभार्थियों के द्वारा हिम केयर कार्ड बनाने की प्रक्रिया के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इस मौके पर कैप्टन संजय ने कहा कि उन्होंने पहले चरण में जसवां-परागपुर की हर पंचायत में मेडीकल कैंप का आयोजन किया। दूसरे चरण में चार स्थानों पर आंखों की जांच के लिए नियमित तौर पर चिकित्सकों की टीमें पहुंचती है। अप्पर परागपुर में 98वां मेडीकल कैंप लगाया गया है।

संजय ने कहा कि जब तक जसवां-परागपुर क्षेत्र मोतियाबिंद मुक्त नहीं हो जाता, तब तक चिकित्सका विशेषज्ञों को क्षेत्र में आंखों की जांच के लिए भेजा जाता रहेगा। पराशर ने कहा कि इस अभियान के दो चरण पूरे होने के बाद उनकी इच्छा है कि इस क्षेत्र में आंखों का अस्पताल खोला जाए ताकि क्षेत्र के बुजुर्गों को नजर की समस्या के लिए परेशान न होना पड़े और मोतियाबिंद की बीमारी का स्थाई समाधान भी हो जाएगा।

संजय ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए अपने संसाधनों का उपयोग किया और विशेष रूप से बुजुर्गो को इन स्वास्थ्य शिविरों का फायदा भी मिला, लेकिन वह चाहते हैं कि स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए धरातल पर मजबूती से काम हो। वहीं, कैंप में पहुंचे अप्पर परापगुर से बृजपाल अंजना कुमारी व सुरेन्द्र कुमार, हार से केसरी देवी, और नैहरनपुखर से राजेश ने बताया कि वे किसी कारणवश पराशर द्वारा आयोजित मेडीकल कैंपों में नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन आज संजय ने उन्हें आंखों व कानों के चेक अप की घर-द्वार पर ही सुविधा उपलब्ध करवा दी। उन्हें कैंप में ही चश्मे व दवाईयां दे दी गईं। इसके लिए वे पराशर का आभार जताते हैं।

संजय पराशर द्वारा इसी पंचायत के शिव-पार्वती मंदिर में 16वें महायज्ञ का आयोजन भी किया गया। इस महायज्ञ में अप्पर परागपुर और आसपास के गांवों के 200 से ज्यादा परिवारों ने भाग लिया और हवनकुंड में आहुतियां डालीं। संजय ने कहा कि महायज्ञ के आयोजन के पीछे उनकी सोच है कि सामाजिक समरसता को बढ़ाना है और हर क्षेत्रवासी की सुख-स्मृद्धि की कामना करना है।