प्रशिक्षण संस्थान में चलाया एचआईवी/एड्स जागरूकता अभियान

एमसी शर्मा। नादौन

स्वास्थय एवं परिवार कल्याण विभाग खंड नादौन के सौजन्य से डॉ. अशोक कौशल के निर्देश पर विश्वकर्मा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बड़ा मलोटी में एचआईवी/एड्स जागरूकता अभियान की कड़ी में एचआईवी/एड्स व नशे के दुषपरिणामों पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक राम प्रसाद शर्मा ने उपस्थित व्यस्कों को एचआईवी/एड्स पर जानकारी देते हुए बताया कि आज विश्व भर में फैल रहा एचआईवी/एड्स रोग बहुत बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है और सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि एचआईवी से युवा पीढ़ी के ज्यादा ग्रसित होने की संभावना होती है, जो कि किसी भी देश का भविष्य होती है।

एचआईवी संक्रमण का प्रमुख कारण असुरक्षित यौन संबंध हैं। उन्होंने आगे बताया कि यौन रोग होने पर एचआईवी/एड्स होने की संभावना 5 से 10 गुणा बढ़ जाती है। अत: योन रोग होने पर शर्म का त्याग कर जल्दी से जल्दी इनका ईलाज सरकारी अस्पतालों में खुले सुविधा क्लीनिकों में करवाना चाहिए, जहां पर योन रोगों का मुफ्त तथा समुचित ईलाज उपल्वध होता है। सही व शीध्र उपचार करवाने पर यौन रोग पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। स्वास्थ्य शिक्षक ने वयस्कों का अह्वान किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें तथा औरों को भी नशे से दूर रहने के बारे में जागरूक करें। उन्होंने युवाओं से आग्रह कि जीवन अमूल्य है।

इसे नशों एवं अन्य व्यसनों में फंसाकर बेकार न गवाएं। देश का भविष्य कहलाने वाले युवा होते किशोर दिनों-दिन नशे की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। एक मनोविज्ञानिक विशेषज्ञ के मुताबिक यदि बचपन मे एक बार नशे की लत लग जाए, तो उस नशे से छुटकारा पाना बहुत ही कठिन हो जाता है। कई बार अच्छे खाते–पीते घरों के बच्चे भी नशे की लत के शिकार हो जाते हैं और समय पर पैसा न मिलने के कारण नशे की आपूर्ति के लिए वे अपराध की दुनिया मे कदम रख देते हैं। यदि बचपन अपराध की दुनिया में कदम रखता है, तो शुरू-शुरू में गंंभीर अपराध न करके वह छोटे-छोटे अपराध करता है और अपने नशे के लिए पैसे एकत्र करता है। वह लोगों के मोबाइल छीनता है, जेबें काटता है। यदि इन्हें कुछ नहीं मिलता, तो फिर ये पूरी अपराधी प्रवृति के वन जाते हैं। कार्यक्रम में करोना के बिषय में भी विस्तृत जानकारी दी गई।