तलविंदर सिंह। बनीखेत
होमगार्ड एसोसिएशन राष्ट्रीय प्रवक्ता ऑल इंडिया होमगार्ड एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह चौहड़िया ने सरकार से मांग पत्र द्वारा यह कहा है कि होमगार्ड जवान अपने आपको अपने परिवार सहित इस आजाद भारत में राज्य सरकार द्वारा गुलाम बनाए जा रहे हैं। सभी राज्यों में होमगार्ड विभाग में कार्यकर्ता कर्मियों को दो हिस्सों में बांटा गया है, एक हिस्सा वैतनिक अधिकारियों का जो 9:00 से 5:00 बजे तक हो सकता। हमे 6 दिन ड्यूटी निभाते हैं, हर त्योहार और सरकारी छुट्टी अपने परिवार के साथ गुजारते हैं।
ऐसे अधिकारियों में कमांडेड जनरल से लेकर क्लास फॉर तक के कर्मचारी हैं। इनको पेंशन मेडिकल इत्यादि से भी सरकारी मूलभूत सुविधाएं प्राप्त है और दूसरा हिस्सा हम वॉलिंटियर्स का है, जो राज्य पुलिस की भर्ती कानून व्यवस्था प्राकृतिक आपदाओं नागरिकों की सुरक्षा ट्रैफिक ड्यूटी बैंक व रेलवे की सुरक्षा इत्यादि संवेदनशील ड्यूटी निभा कर भी वॉलिंटियर्स ही कहलाते हैं।
उसका सिर्फ एक ही कारण है होमगार्ड एक्ट 1947 व1956 अगर विभाग एक है, तो इसमें कार्य करने वाले भी एक समान होने चाहिए, वह जवान ही अवैतनिक क्यों जो रात-दिन देश के आंतरिक व बाहरी सुरक्षा में तैनात हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि विभाग का उत्थान होना अति आवश्यक है। क्योंकि वक्त के साथ-साथ हर चीज का बदलना जरूरी होता है। अतः सरकार से हमारी उपरोक्त माह में अपना हस्तक्षेप करके होमगार्ड जवानों को न्याय न्याय दिलवाने की अनुकंपा करें।