डॉक्टरों पर बढ़ते हमलों के बीच IMA की पीएम मोदी से गुहार- दोषियों को मिले 10 साल सजा

उज्जवल हिमाचल/ डेस्क

डॉक्टरों के साथ हिंसा और वैक्सीन को लेकर हो रही बयानबाजी के मुद्दे पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डॉक्टरों के काम करने के लिए भयमुक्त महौल सुनिश्चित करने की मांग की है। चिट्ठी में आईएमए ने पीएम मोदी से अपील की है कि यदि कोई शख्स टीकाकरण अभियान को लेकर भ्रम फैलाता है, उसे महामारी ऐक्ट या भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दंडित किया जाए। इसके अलावा अगर किसी स्वास्थ्यकर्मी पर ऑन ड्यूटी हमला हो, हिंसा हो तो दोषी को 10 साल सजा का प्रावधान हो और जिन डॉक्टरों ने कोरोना ड्यूटी के दौरान अपनी जान गवाई हैं उन्हें ‘कोविड शहीद’ का दर्जा दिया जाए। उनके परिवार की देखरेख सरकार करे। चिट्ठी में आईएमए ने लिखा है, ‘कोरोना महामारी के दौरान पहले दिन से पूरा स्वास्थ्य क्षेत्र इस वायरस से संघर्ष करने में जुटा हुआ है।

अब तक इस महामारी से 1400 से भी ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों की जान जा चुकी है। वैक्सीनेशन हजारों लोगों को कोरोना का शिकार होने से बचा रहा है लेकिन हमें यह आपको बताते हुए दुख हो रहा है कि कुछ लोग वैक्सीन को लेकर भ्रम फैला रहे हैं।’चिट्ठी में आगे लिखा है, ‘महामारी के बीच डॉक्टरों और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स पर हिंसक हमले बढ़ते देख हमें बहुत दुख हो रहा है। असम में हमारे युवा डॉक्टर पर हुआ बर्बर हमला हुआ, महिला डॉक्टरों पर हमला हुआ, यहां तक कि देश में कई वरिष्ठ डॉक्टरों तक पर हमले हुए हैं। इससे प्रैक्टिशनरों में मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है।