रारंग पंचायत में राजेंद्र की प्रधानगिरी, बीजेपी में गुटबाजी पर गिरी गाज

भाजपा समर्थित प्रत्याशी बिरबल कुमार हारे

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

प्रदेश में पंचायतीराज चुनाव के पहले चरण में अधिकांश पंचायतों में मुकाबला रोचक हुआ। हालांकि जिला किन्नौर की रारंग पंचायत में प्रधान पद के लिए तीन प्रत्याशी मैदान थे, लेकिन असली जंग भाजपा समर्थक राजेंद्र नेगी और बिरबल कुमार नेगी के बीच हुई। जिसमें राजेंद्र नेगी की प्रधानगिरी चली और रारंग की जनता ने उन्हें एक बार फिर से ग्रामीण सरकार की कमान सौंप दी। दोनों प्रत्याशी बीजेपी से ही संबंध होने के बावजूद यहां गुटबाजी पर गाजगिरी और वोटर्स ने राजेंद्र नेगी पर भरोसा जताते हुए मिनी संसद में सेवा करने का मौका दिया।

उप प्रधान पद पर कांग्रेस समर्थक रणजीत नेगी जीते

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से लेकर प्रदेश की जयराम सरकार पर पहुंच रखने वालेबिरबल कुमार को रारंग गांव ने ठुकरा दिया। कारण यह भी रहा होगा किबिरबल कुमार की पत्नी पिछली बार यहां की प्रधानगिरी कर चुकी हैं। इसी बजह से यहां के मतदाताओं ने हर बार एक ही परिवार को बैकफुट पर कर दिया। उल्लेखनीय है कि राजेंद्र नेगी इससे पहले 2010 से 2015 तक रारंग पंचायत के प्रधान रह चुके हैं। इस पंचायत के वोटर्स ने पार्टी को भी साइडलाइन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। राजेंद्र नेगी को 457, बिरबल कुमार नेगी को 260 और कांग्रेस समर्थक छेरिंग ज्ञाछो को 89 वोट पड़े। वहीं दूसरी तरफ उप प्रधान पद पर कांग्रेस समर्थक रणजीत नेगी ने जीत दर्ज की।

जंगी-थोपन बिजली प्रोजेक्ट के खिलाफ बनेगी रणनीति

एसजेवीएन के तहत प्रस्तावित 800 मेगावाट की क्षमता वाली जंगी-थोपन बिजली परियोजना के खिलाफ जल्द ही रणनीति तैयार होगी। इसकेलिए ग्राम पंचायत रारंग की नई टीम शपथ ग्रहण के बाद रूपरेखा तैयार करेगी। यह इसलिए किया जाना है क्योंकि इस परियोजना से सबसे अधिक नुकसान रांरग गांव को होना है। यहां की प्राकृतिक जल स्त्रोत खत्म होने की चिंता बागवानों को पहले दिन से सता रही है।