SCO की एंटी टेरर एक्‍सरसाइज 2021 में आमने सामने होंगे भारत और पाक

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्‍ली

अफगानिस्‍तान में तालिबान के कब्‍जे और सरकार के गठन के बाद पाकिस्‍तान में इस संगठन का ये पहला सम्‍मेलन आयोजित हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक भारत इसमें सीधेतौर पर शामिल न होकर एक आब्‍जरवर की भूमिका में शामिल होगा। एससीओ की एंटी टेरर एक्‍सरसाइज 2021, 3-6 अक्‍तूबर के बीच पाकिस्‍तान के खैबर पख्‍तूंख्‍वां के नौशेरा में आयोजित होगा। इसमें भारत के अलावा संगठन के दूसरे सदस्‍य चीन, रूस, कजाखिस्‍तान, किर्गीस्‍तान, ताजिकिस्‍तान और उजबेकिस्‍तान शामिल हो रहा है। पाकिस्‍तान में रविवार को आयोजित हो रहे शंघाई कार्पोरेशन आर्गेनाइजेशन की आंतक विरोधी एक्‍सरसाइज में भारत की तरफ से तीन सदस्‍यीय दल हिस्‍सा लेगा।

इसका फैसला पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया था। इससे पहले इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि इसमें किसी को भेजा जाए या नहीं। इसको लेकर भी सवाल उठ रहे थे कि इसमें भारत किसी सदस्‍य दल को भेजेगा या फिर पाकिस्‍तान में स्थित दूतावास के अधिकारी इसमें हिस्‍सा लेंगे। लेकिन, अब ये साफ हो गया है कि इसमें भारत की तरफ से तीन सदस्‍य दल हिस्‍स लेगा। सूत्रों के मुताबिक इस एक्‍सरसाइज में भारत सेना की तरफ से कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा, बल्कि इसके लिए नेशनल सिक्‍योरिटी काउंसिल सेक्रेट्रिएट की टीम भेजी जा सकती है। पाकिस्‍तान की तरफ से भी भारत के तीन सदस्‍यीय दल के इसमें शामिल होने की पुष्टि की गई है।

पाकस्तिान की तरफ से कहा गया है कि भारत इसमें बतौर आब्‍जरवर शामिल हो रहा है। आब्‍जरवर के तौर पर भारत इसकी बैठक में हिस्‍सा जरूर लेगा लेकिन उसको मत देने का अधिकार नहीं होगा। इतना ही नहीं भारत को इस दौरान जारी दस्‍तावेज पर अपने हस्‍ताक्षर करने का भी अधिकार नहीं होगा। भारत इस दौरान होने वाली ड्रिल पर निगाह रखेगा। आपको बता दें कि भारत हर मंच पर आतंक का सिर मजबूती से कुचलने के लिए विभिन्‍न देशों को एकजुट होने का आह्वान कई बार कर चुका है। भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ के रीजनल एंटी टेररिज्‍म स्‍ट्रक्‍चर (आरएटीएस) को आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से काम करने की बात कही है। इसके अलावा इसका काम नशीले पदार्थों और मानव तस्‍करी को रोकना भी है।