मोदी सरकार की नीतियों से भारत बना मोबाइल मैन्यूफ़ैक्चरिंग हब : अनुराग ठाकुर

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। शिमला

केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारत में बढ़ते विदेशी निवेश व मोबाइल मैन्यूफ़ैक्चरिंग के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों द्वारा भारत पहली पसंद रखने के पीछे मोदी सरकार की नीतियों को इसका श्रेय देते हुए इससे रोज़गार बढ़ने की बात कही है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में मोबाइल फ़ोन आज बुनियादी ज़रूरत का रूप ले चुका है। यह सेक्टर ना सिर्फ़ लोगों के बीच सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए क्रियाशील है, बल्कि इसके माध्यम से लाखों लोगों को रोज़गार भी मिल रहा है।

उद्योगों धंधों को बढ़ावा देने की मोदी सरकार की प्रभावशाली नीतियों का ही परिणाम है कि भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश बन गया है। भारत में अब तक 300 से ज़्यादा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स का सेट अप हो चुकी है। भारत में 330 मिलियन से ज़्यादा मोबाइल हैंडसेट्स बनाए जा चुके हैं। साल 2014 से अगर इसकी तुलना की जाए, तो उस वक्त देश में 60 मिलियन स्मार्टफोन बनाए गए थे और सिर्फ दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भारत में थे। 2014 में भारत में बने मोबाइल फोन की वैल्यू 3 बिलियन डॉलर थी। वहीं 2019 में यह वैल्यू 30 बिलियन डॉलर हो गई है। आज से कुछ वर्ष पहले वर्ष 2014 से पहले भारत दूसरे नंबर पर इलेक्ट्रॉनिक गुड्स का इंपोर्ट करता था।

आज मोदी जी की नीतियों के कारण भारत मात्र 4,5 वर्षों में मोबाइल फोन का दुनिया भर दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बना है। कहीं न कहीं लाखों लोगों को रोजगार भी मिला, जो दूसरे देशों में मोबाइल बनते थे, वो आज भारत में बन रहे हैं तो भारत की मार्किट में खपत भी होती है और यहां से निर्यात भी होता है। हम अपना आयात घटा कर निर्यात बढ़ाने पर ज़ोर दे रहे हैं। विदेशी कंपनियां यहां पर निवेश करेंगी, तो हमारा लोकल प्रोडक्ट होगा, जो हमारे लोकल प्रोडक्ट हैं, उनको तकनीकी की जानकारी भी मिलेगी और आगे बढ़ने का बल मिलेगा और यहां से उसको निर्यात करने के अवसर भी मिलेंगे।

अनुराग ठाकुर ने कहा”आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ते भारत ने सफलता का एक और कदम बढ़ाया है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस बनाने के मामले में मशहूर विश्व के बड़े ब्रांड्स एपल ने अब भारत में आईफोन का उत्पादन शुरू कर दिया है। ये देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। एपल आईफोन को स्थानीय स्तर पर बनाने का कदम भारत सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम से जुड़ा है, जिसने देश में स्मार्टफोन की डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग और असेंबल करने के लिए प्रोत्साहित किया है।

मोदी सरकार बड़े अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों को भारत में अपनी पूरी सप्लाई चेन मशीनरी लाने के लिए जोर दे रही है, ताकि भारतीय बाजार केवल फोन असेंबलिंग तक ही सीमित न रह जाए। सैमसंग ने भारत में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल बनाने वाली फैक्ट्री का सेटअप किया है। दुनिया की बड़ी कंपनियां के भारत आने से यहां लोगों को रोज़गार से और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे।

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