गौशाला में बिना चारे के पशुधन, औचक निरीक्षण में सामने दिखी दुर्दशा

इंदौरा के पूर्व विधायक ने किया दौरा, गाय-बैल छोटे बछड़े घायल अवस्था में पड़े मिले

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। इंदौरा

पूर्व विधायक इंदौरा एवं उपाध्यक्ष सामान्य उद्योग निगम हिमाचल प्रदेश मनोहर धीमान ने इंदौरा उपमंडल की सबसे बड़ी ठाकुर रामगोपाल मंदिर डमटाल की गौशाला का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई पशुधन भूखे इधर उधर घूम रहे थे। गौशाला में खूंखार कुत्ते भी घूमते पाए गए। अधिक्तर पशुयों को चारा डालने बाली बनाई गई खुर्लियों में पशु आहार ही नही देखा गया और पशुधन खाली पड़ी खुर्लियो में खड़े हुए देखे गए।

वही पूरी गोशाला का निरक्षण करने पर कई नंदी ओर गाय और उनके छोटे बछड़े घायल अबस्था में तडफ़ते हुए पाए गए जोकी 90 प्रतिशत मरण अवस्था मे थे। पूर्व बिधायक मनोहर धीमान ने गौशाला के कर्मचारियों की ढीली कार्यप्रणाली को देखते हुए गोशाला में कार्यरत कर्मचारियों को लताड़ लगाई कि मंदिर प्रशासन द्वारा ठेकेदार को उसकी इच्छा और बोली के अनुसार ही गोशाला की देखभाल का ठेका दिया गया है पर फिर भी गोशाला में पशुधन की आखिर अच्छी तरीके से देखभाल क्यो नही हो रही है और गौशाला के आस पास दिन में दर्जनों बेसहारा पशुधन घूमते हुए तो मिलते ही है पर रात को ट्रक यूनियन ओर उसके आस पास पड़े खुले एरिया में आखिर गोशाला की गाय रात को क्यो घूमती हुई मिलती है ।

  • उचित तरीके से देखभाल न होने पर लगाई कर्मचारियों को फटकारा

मनोहर धीमान ने बताया कि मैं जल्द ही इस गौशाला की हालातो के बारे में मुख्यमंत्री ओर जि़लाधीश कांगड़ा को अगवत करवाने जा रहा हूं ताकि बेसहारा गोधन सडक़ो पर घूमने की बजाए गोशाला में रखा जा सके। ओर मोके पर गौशाला में तैनात डॉक्टर को पशुधन का सही ढंग से उपचार करने के लिए बोला गया। मनोहर धीमान ने कहा कि मैं तो बड़ा हैरान हूं की इन्दौरा की इतनी बड़ी सरकार द्वारा संचलित गौशाला में यहाँ पशुधन को सही ढंग से उपचार नहीँ मिल पा रहा है बही पशुधन को क्षमता के आधार पर पर्याप्त चारा भी नहीँ मिल रहा है।उन्होंने कहा कि इस विषय पर सरकार से बात की जाएगी और गौशाला की दशा के बारे सरकार को बताया जाएगा।

गौशाला में तैनात ठेकेदार के कर्मचारी कैलाश से बात हुई तो उन्होंने बताया कि हमारी संस्था ने यह गौशाला तीन महीने पहले रामगोपाल मड्डदिर से ठेका पर चलाने के लिए ली है और हमने तीन महीने में उक्त गौशाला में गोधन के लिए काफी कुछ किया है पहले 12 क्विंटल हरा चारा आता था और अब उसको बढ़ा कर 18 क्विंटल कर दिया है । जब उनसे पूछा गया कि गाय को चारा कितनी बार दिन में दिया जाता है तो उन्होंने कहा कि एक बार हम सुबह चारा डालते हैं और दूसरी बार दोपहर 3 बजे के करीब चारा डाला जाता है।

गौशाला के बाहर लगे बोर्ड पर चारे बारे दिए गए ब्यौरे को देखा गया तो उसमें दिन में चारा तीन बार डालने की सूची दी गई थी जो कि कहीं न कहीं गौशाला प्रबंधन पर सवाल पैदा करती है।

जब गौशाला के संचालक सुनील कुमार से बात की गई तो उन्हीने कहा कि गोशाला की हालत पहले ही बहुत खराब थी अभी तीन महीने पहले ही उनकी संस्था ने गोशाला संचालन का काम ठेके ओर लिया है। आने बाले दिनों में प्रदेश की सबसे बढिय़ा गौशाला बनाने के लिए हमारी संस्था प्रयास कर रही है।