स्वास्थ्य कर्मियों को एड्स, करोना, स्क्रब टायफस व रक्तदान के महात्व बारे दी जानकारी

एमसी शर्मा । नादौन

स्वास्थ्य एवं परिवार कलयाण विभाग खंड नादौन के सौजन्य से खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कौशल के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मियों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक राम प्रसाद शर्मा ने उपस्थित कर्मियों को एड्स, करोना, स्क्रब टायफस व रक्तदान के महात्व व जरूरत के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कर्मियों को संबाेधित करते हुए बताया कि हमारे देश में रक्त की जरूरत ज्यादा रहती है, पर रक्तदान होता कम है। क्योंकि रक्त का महात्व कोई नहीं समझता है और सिर्फ तभी समझा जाता है, जब किसी खास व्यति को अचानक रक्त की जरूरत पड़ जाती है, लेकिन सच तो यह है कि रक्त अमूल्य है और रक्त कहीं भी बनाया नहीं जा सका।

इसलिए सिर्फ एक मानव ही दूसरे के लिए रक्तदान करके उसकी जान बचा सकता है। भारत में अभी भी बहुत से लोग समझते हैं कि रक्तदान से शरीर कमजोर हो जाता है। हमारे देश में रक्तदान को लेकर भ्रम इस कदर फैला हुआ है कि लोग रक्तदान का नाम सुनकर ही सिहर उठते हैं। उन्होंने वताया कि आम जन को यह पता होना चाहिए कि मनुष्य के शरीर में रक्त बनन की प्रक्रिया हमेंशा चलती रहती है और रक्तदान से कोई नुकसान नहीं होता है, बल्कि यह तो बहुत कल्याणकारी कार्य है, जिसे जब भी अवसर मिले संपन्न करना चाहिए।

रक्तदान का महत्व जीवनदान से कम नहीं है। अगर एक वर्ष में सभी पात्र व्यक्ति एक बार रक्तदान करें, तो खुन की कमी के कारण होने वाली कई मौतें रोकी जा सकती हैं। रक्तदान करने में 5 से 10 मिनट का समय लगता है तथा रक्तदान के पश्चात रक्तदाता सभी कार्य सामान्य रूप से कर सकता है। क्योंकि रक्तदान से सामान्य स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है।