जय बाबा बालक नाथ जी : श्रद्धा और आस्था के आगे दर्द भी बौनी, कुछ ऐसा है बाबाजी का आशीर्वाद 

एसके शर्मा । हमीरपुर 
श्रद्धा और आस्था के आगे दर्द भी हुई बौनी नजर आती है, ऐसा ही कुछ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में देखने को मिला है। यहां पंजाब के श्रद्धालु ने बाजू टूटने के बाद भी दंडवत होकर 13 दिन के लंबे सफर के बाद आकर बाबा जी के चरणों में शीश नवाया और सुखशांति की कामना की। बताते चलें कि पंजाब के जिला लुधियाना के न्यू सुभाष नगर का निवासी सरदार हरभजन सिंह उर्फ  काला हर वर्ष चैत्र मास में दंडवत होकर बाबा जी के दर्शनों के लिए आता है। हरभजन सिंह ने बताया कि वह लुधियाना में टायरों का काम करता है।

उन्होंने बताया कि उसका टायरों का काम ठीक नहीं चल रहा था। साथ ही स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रह रहा था। उन्हें किसी ने बताया कि बाबा बालक नाथ जी के मंदिर में जो भी मन्नत करते हैं, वह अवश्य पूर्ण होती है। इसके बाद हरभजन सिंह ने बाबा जी चरणों में हाजिरी भरी और सुखशांति की कामना की। इसका नतीजा यह रहा कि आज उनका टायरों का कारोबार लाखों में है। मन्नत पूरी होने पर हरभजन सिंह हर वर्ष चैत्र माह में दंडवत होकर बाबा जी के दरबार में हाजिर लगाते हैं। उन्होंने बताया कि इस बार काम करते हुए उनकी बाजू टूट गई, उसके बावजूद वह बाबाजी के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि जब वह घर से बाबा जी के दर्शनों को भजन कीर्तन करते हुए निकलते हैं तो उन्हें न तो कोई थकान होती है और न ही कोई दर्द, जबकि उन्हें पता ही नहीं चला कि उनकी यात्रा कब पूर्ण हो जाती है। उन्होंने बताया कि यह उनकी 21वीं यात्रा है।