कर्मचारियों से भेदभाव कर राजनीतिक हित साधने में लगी जयराम सरकार: राठौर

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप लगाया है कि वह कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर अपने राजनैतिक हित साधने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि गत चार सालों में मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों की किसी भी मांग पर कोई सुनवाई नही की। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में चार उप चुनावों में भाजपा को मिली करारी हार के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कर्मचारी विरोधी चहेरा सामने आ गया है।

राठौर ने कहा कि जेसीसी की बैठक में पुलिस कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा किया गया। प्रदेश के इतिहास में यह पहलीं बार देखने को मिला जब बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी अपनी मांगों को लेकर वर्दी में मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की बेरुखी से साफ है कि सरकार उनके प्रति संवेदनहीन है। दिन रात कानून व्यवस्था के प्रति अपनी ड्यूटी करते पुलिस जवानों के साथ सरकार का यह बरताव बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

जनता का भरोसा बीजेपी से उठ चुका…

वहीं, राठौर ने कहा कि हिमाचल ही नहीं अब पूरे देश की जनता का भरोसा बीजेपी से उठ चुका है, क्योंकि जनता समझ चुकी है कि सत्ता पाने के लिए बीजेपी बड़े से बड़ा झूठ व बड़े से बड़ा दावा करने से भी नहीं हिचकिचाती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ और सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति कर रही है।

पुलिस कर्मियों के साथ भेदभाव कर रही बीजेपी

उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि अब सत्ता के आखिरी महीनों में सरकार ने कुछ कर्मचारियों के लिए तो अनुबंध की समस सीमा घटाई है, लेकिन चौबिसों घंटे कानून व्यवस्था को चुस्त-दरुस्त रखने में मशक्कत कर रहे पुलिस कर्मियों का क्या कसूर है। सरकार उनको तमाम कर्मचारियों के साथ अनुबंध समय सीमा में लाने में क्यों गुरेज कर रही है। राठौर ने कहा कि पुलिस कर्मियों की अनुबंध समय सीमा 2 साल की जाए। पुलिस कर्मियों के साथ बीजेपी भेदभाव कर रही है।

राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को नए वेतनमान देने की जो घोषणा की है उन्हें नहीं लगता कि यह पूरी होगी। सरकार के पास पैसा नहीं है और न ही सरकार ने इसके लिये कोई बजट का प्रावधान किया है।