भाजपा के आपसी घमासान का केंद्र बना जसवां परागपुर

अनुराग के बयान के बाद सीएम के समर्थन में आए महेंंद्र सिंह ठाकुर-होशियार सिंह

प्रवेश शर्मा। परागपुर

प्रदेश में भाजपा के अंदर जयराम व अनुराग गुट का जन्म शांता तथा धूमल युग के खत्म होते ही हो गया था, लेकिन अभी तक गुटों की लड़ाई दबी जुबान में ही हो रही थी। परंतु जसवां परागपुर विस क्षेत्र के मंच से अनुराग ठाकुर का रौद्र अवतार प्रदेश भाजपा संगठन की चूलें हिला गया है। उक्त बयान के बाद दो दिन तक सरकार के हिस्सा बने नेताओं ने चुप्पी साध ली थी। परंतु एकाएक महेंद्र सिंह ठाकुर का यह बयान कि सीयू की जमीन का म्यूटेशन(इंतकाल) केंद्र ने रोका, हिमाचल ने नही के बाद फिर से दोनों गुटों के बीच तकरार शुरु हो गया है।

वहीं अभी तक मुख्यमंत्री के समर्थन में मंत्री महेंंद्र सिंह ठाकुर व देहरा से विधायक होशियार सिंह ही आगे आए हैं। जबकि जसवां परागपुर विस क्षेत्र के विधायक व मंत्री बिक्रम ठाकुर की चुप्पी जयराम ठाकुर खेमे को परेशान किए हुए है। क्योंकि धूमल को छोडक़र बिक्रम ठाकुर इस बार जयराम कैंप के सबसे बड़े हितेषी माने जाते रहे हैं।

यही कारण रहा जो उद्योग के साथ परिवहन जैसा अहम महकमा भी उन्हें इनाम में मिला था। इस पर बिक्रम ठाकुर के घर में समीरपुर वाले छोटे ठाकुर की एंट्री ऊपर से तल्खी भरा बयान जयराम खेमें को भी सोचने पर मजबूर कर गया। यही कारण रहा जो जयराम ठाकुर ने बिक्रम ठाकुर द्वारा लंबा छोड़ा डिमांड चार्टर जो पढ़ा गया था और अनुराग ठाकुर ने उक्त मांग पत्र की मांगे पूरी करने का आग्रह सीएम से किया भी था। लेकिन राजनीति का ऊंट तो उस समय करवट बदल चुका था, यही कारण रहा जो जयराम ने बिक्रम ठाकुर द्वारा रखी मांगों को अनदेखा किया। कुल मिलाकर सीयू प्रकरण को लेकर प्रदेश भाजपा में मचा घमासान का केंद्र बिंदु जसवां परागपुर बन गया।