झुझाल की विधवा शोभा देवी अंधेरी कुटिया में रहने को मजबूर

सरकार के दावों की खुली पोल, टायलेट की सुविधा भी नहीं

अरुण पठानिया। रैहन

विकास खंड फतेहपुर की ग्राम पंचायत मच्छोट की निवासी शोभा देवी बिना आशियाने के रहने को मजबूर है। केंद्र व प्रदेश सरकार लोगों को आवास देने के लिए बड़े-बड़े दावे करती आ रही हैं, जो वास्तव में जमीनी स्तर पर बिलकुल खोखले साबित होते हुए नजर आ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अनोह क्षेत्र के कस्बा झुझाल की निवासी विधवा शोभा देवी खेत में कुटिया बनाकर रही हैं। शोभा देवी का कच्चा स्लेटपॉश मकान था जो बहुत समय पहले टूट कर नीचे गिर गया, जिसको शोभा देवी बनाने में पूर्ण रूप से असमर्थ है।

शोभा देवी अपने घर का पालन पोषण मजदूरी कर के चला रही हैं। जब इस समस्या के बारे क्षेत्र के समाजसेवी व तेजतर्रार युवा नेता रमेश कालिया को भनक लगी, तो वह शोभा का दुखड़ा सुनने के लिए शोभा देवी की कुटिया में पहुंच गए। शोभा व उसकी बेटी ने रोते-रोते अपना दुखड़ा रमेश दत कालिया को सुनवाया। कुछ वर्ष पहले शोभा देवी के पति की मृत्यु हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद शोभा देवी को अपने घर का पालन पोषण चलना बहुत कठिन हो गया है। घर में शौचालय न होने के कारण उन्हें खुले में जाना पड़ता हैं।

वहीं, बिजली न होने से शोभा की बेटी आरती ने जमा दो की परीक्षा की तैयारी दीये की लौ में की है। परिवार को मूलभूत सुविधाओं के लिए उन्हों दर-दर भटकना पड़ रहा है। शोभा देवी की एक बेटी 2019-20 में जमा दो की परीक्षा को उतीर्ण की हैं, परंतु पैसे न होने के कारण वह महाविद्यालय में प्रवेश लेने से वंचित है। आरती का सपना बड़े होकर पुलिस में ऑफिसर बनना है।

डीसी कार्यालय का करेंगे घेराव: रमेश कालिया
रमेश कालिया कहना है कि अगर 15 दिन के भीतर मकान का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो 15 के बाद उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला के कार्यलय का घेराव होगा। ग्राम पंचायत मच्छोट की प्रधान का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना में इनका नाम डाला गया हैं, परंतु अभी तक इन्हें मकान नहीं मिला। पूर्व प्रधान बृज भूषण का कहना हैं कि मच्छोट पंचायत में अभी तक एक भी मकान किसी को भी नहीं मिला। ऐसा क्यों हुआ सरकार इसका जवाब दें।