जोगिंद्रर नगर नप उपाध्यक्ष ने विधायक प्रकाश राणा पर लगाए ये आरोप

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

नगर परिषद के उपाध्यक्ष अजय घरवाल ने स्थानीय विधायक प्रकाश राणा पर आरोप लगाते हुए कहा की प्रशासन पर उनकी पकड़ न के बराबर है। जोगिन्दर नगर का प्रशासन भी उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिस कारण जोगिन्दर नगर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न विभाग जनता के विकास कार्यों के प्रति गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। इसी का उदाहरण जलशक्ति विभाग जोगिन्दर नगर है जहां चार मई 2000 से सीवरेज व्यवस्था शुरू की गई तब से लेकर आज तक 2,12,95200 रूपये जलशक्ति विभाग को नगर परिषद जोगिन्दर नगर के द्वारा जारी किए जा चुके हैं।

इसी कड़ी में नगर परिषद जोगिन्दर नगर के द्वारा 47 लाख रुपये जलशक्ति विभाग जोगिन्दर नगर को अपने लोगों को सीवरेज व्यवस्था से जोड़ने के लिए आठ महीने पहले से जारी किये गए हैं। लेकिन आज दिन तक जलशक्ति विभाग के द्वारा पिछले आठ महीने में मात्र एक घर को सीवरेज से जोड़ने के लिए मात्र 47 फुट सीवरेज लाइन डाली गई है। जो, कि जलशक्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाती है।

उन्होंने कहा कि जलशक्ति विभाग के इस गैर जिम्मेदाराना कार्य प्रणाली के चलते ही आज लघु सचिवालय के बाहर दो घण्टे का सांकेतिक धरना दिया गया। इस सांकेतिक धरने के जरिये प्रदेश सरकार, स्थानीय विधायक व जलशक्ति विभाग को यह चेताया गया है। शुक्रवार तक विभिन वार्डों में सीवरेज का कार्य यदि जलशक्ति विभाग के द्वारा शुरू नहीं किया गया तो कि नगर परिषद के द्वारा जल्शक्ति विभाग के अधिकारियों का कार्यालय में घेराव किया जाएगा ।

जलशक्ति विभाग आज भी वार्ड नो 1 लक्ष्मी बाजार के गुगली खड़ से रेलवे स्टेशन तक रेलवे लाइन के साथ लगते घर, वार्ड नो 2 में राधा स्वामी सत्संग भवन के साथ ऊपर की और लगते घर, वार्ड नो 3 में आदर्श कॉलोनी के अंतिम छोर व सेंटर स्टोर के साथ लगते घर, वार्ड नो 4 में समलोट के ऊपरी क्षेत्र के घर, वार्ड नो 5 में रेलवे लाइन के साथ लगते घर व काली माता मन्दिर के ऊपर व साथ लगते घर, वार्ड नो 6 में रेलवे लाइन के साथ लगते घर, अपर अ।रथी व अ।रथी के घर, वार्ड नो 7 में डुग पचांगना, कुप्पर शानन के विभिन्न वार्डों के लगभग 250 घरों को आज भी सीवरेज व्यवस्था से जोड़ नहीं पाया है।

ये घर 2010 में भी छुटे हुए थे और आज 2021 में भी कि छुटे हुए हैं और इस ग्यारह वर्ष के अंतराल में 2,12,95,200 रुपये जलशक्ति विभाग को नगर परिषद के द्वारा जारी किए गयें है तो प्रश्न ये उठता है कि इतनी बड़ी रकम आखिर विभाग द्वारा कहां खर्च की गई??… सीवरेज व्यवस्था से जनता को धरातल पर जलशक्ति विभाग के द्वारा तो नहीं जोड़ा गया परंतु अधिकारियों व ठेकेदारों ने कागजों में सीवरेज से जनता को जोड़ कर अपनी जेबें जरूर भरने का काम किया गया है। सीवरेज के नाम पर लाखों रुपये का गोल माल विभाग के द्वारा किया गया है ओर इस की जांच सरकार शिघ्र किसी जांच एजेंसी से करवाये।

इस सांकेतिक धरने में नगर परिषद की अध्यक्ष ममता कपूर, वार्ड पार्षद शीला भी मौजूद रही।