कापरधार व अलेऊ में दहके जंगल

उज्जवल हिमाचल। कुल्लू
जिला में जंगलों के साथ घरों में आग लगने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस साल सर्दी के सीजन में लाखों-करोड़ों रुपए की वन संपदा को नुकसान हुआ है। ऊझी घाटी के कुल्लू-मनाली वामतट पर बसे अलेऊ गांव के जंगल में मंगलवार रात को आग से लाखों की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। वहीं, बंजार घाटी की तीर्थन के कापरधार में भी मंगलवार रात को आग से चीड़ का जंगल जलता रहा। अलेऊ गांव के जंगल में आग से कई हरे-भरे पेड़ झुलस गए। हालांकि सूचना के बाद रात को अग्निशमन और वन विभाग मनाली की टीम मौके के लिए रवाना हुई।

अग्निशमन विभाग का वाहन मौके पर नहीं पहुंच पाया। ऐसे में वन विभाग के कर्मचारियों ने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक जंगल को भारी नुकसान हो चुका था। एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने कहा कि अगर किसी के पास इस आगजनी की सूचना है तो वह इसकी जानकारी वन विभाग अथवा पुलिस को दें। सूचना को गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने लोगों से जंगलों में आग न लगाने की अपील की है। उधर, बंजार घाटी की तीर्थन के कापरधार में भी आग लगन से जंगल धू-धूकर जल उठा। चीड़ का जंगल मंगलवार रात को जलता रहा और वन संपदा को भारी क्षति हुई। बताया जा रहा है कि लोग घासनी में आग लगा रहे हैं, जो धीरे-धीरे जंगलों में पहुंच रही है। उधर, वन विभाग बंजार के डीएफओ प्रवीण ठाकुर ने कहा कि जंगल में किसने आग लगाई, इसका पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग इस तरह की घटना को अंजाम देेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।