भारी भीड़ और अफरा-तफरी काे देखते हुए काबुल हवाई अड्डा बंद

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

तालिबान के डर देश छोड़कर भागने वालों की भारी भीड़ हवाईअड्डे पर उमड़ रही है, जिससे वहां अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है। सोमवार तड़के हवाई अड्डे के एक गेट पर गोलीबारी भी हो गई, जिसमें एक अफगान सैनिक की मौत हो गई और तीन घायल हुए हैं। इसी के मद्देनजर भारी भीड़ और अफरा-तफरी को देखते हुए अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया है।

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने सोमवार को कहा कि काबुल एयरपोर्ट से विमानों के संचालन को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। हालात में सुधार होते ही दोबारा उड़ानों को शुरू किया जाएगा। काबुल हवाईअड्डे के जिस गेट पर गोलीबारी हुई है, एक दिन पहले वहीं पर तालिबान आतंकियों की हवा में फायरिंग के बाद मची भगद़़ड में सात लोगों की जान चली गई थी। गोलीबारी के कारणों का पता नहीं चल सका है। यह भी नहीं पता चला है कि हमलावर कौन थे। हालांकि, हवाई अड्डे के अंदर की सुरक्षा अमेरिका और नाटो सैनिकों के पास है, तो बाहर की तालिबान आतंकियों के हाथों में है।

गोलीबारी के बाद जर्मन सेना ने ट्वीट कर कहा कि अज्ञात हमलावरों की गोलीबारी में अफगान सेना के एक जवान की मौत हो गई है और तीन जवान घायल हुए हैं। हालांकि, अफगानिस्तान में अस्पतालों के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने वाले इटली के एक संगठन ने छह लोगों के घायल होने की बात कही है, लेकिन किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है। अमेरिका और नाटो सेना की तरफ से गोलीबारी को लेकर कोई बयान नहीं आया है और न ही तालिबान की तरफ से ही इस पर कुछ कहा गया है।

पूरे देश पर तालिबान के कब्जे के चलते अफगानिस्तान से बाहर निकलने का रास्ता अब सिर्फ काबुल एयरपोर्ट ही बच गया है। हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अभी भी अराजक स्थिति बनी हुई है। देश से निकाले जाने की उम्मीद में जमा अफगान नागरिकों को डराने, धमकाने और भगाने के लिए तालिबान आतंकी जुल्म ढा रहे हैं और उन पर डंडे बरसा रहे हैं।

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